मुलायम ने जारी की 325 उम्‍मीदवारों की लिस्‍ट, मंत्री गोप समेत CM के अन्‍य करीबियों के टिकट कटे

mulayam with shivpal

आरयू ब्‍यूरो

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने आज विधानसभा चुनाव के 325 उम्‍मीदवारों की लिस्‍ट जारी कर दी। सपा ने मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव के करीबी माने जाने वाले मंत्री अरविन्‍द सिंह गोप, पवन पाण्‍डेय व वरिष्‍ठ मंत्री रामगोविन्‍द चौधरी समेत वर्तमान 50 विधायकों पर भरोसा नहीं जताते हुए उनके टिकट काट दिए है। इन लोगों की सीटों पर इस बार सपा ने दूसरे उम्‍मीदवारों के नामों की घोषणा की है।

मुलायम सिंह यादव ने आज पार्टी कार्यालय पर प्रेसवार्ता कर बताया कि 2012 में जीती सीटों में से 176 जबकि हारी सीटों में  से 149 पर उम्‍मीदवारों की घोषण कर रहे है। है। 403 विधानसभा सीटों पर उम्‍मीदवारी के लिए प्रदेश भर से कुल 4200 लोगों ने आवेदन किया था।

सर्वे और सक्षात्‍कार के बाद 325 लोगों की सूची फाइनल की गई है। बाकी के नामों पर अभी विचार चल रहा है। अखिलेश यादव का लिस्‍ट में नाम नहीं होने के सवाल सपा मुखिया ने कहा कि वह जहां से चाहे चुनाव लड़े। उन्‍हें यह भी कहा कि लोगों के टिकट काटने पर उन्‍हें भी दुख होता है, लेकिन पार्टी हित में कई बार कठोर फैसले लेने पड़ते है। इस दौरान सपा मुखिया के साथ शिवपाल सिंह यादव समेत अन्‍य नेता मौजूद रहे।

दूसरी ओर अखिलेश यादव को पसंद नहीं आने वाले और शिवपाल के कई करीबियों समेत बहुबलियों का आज सपा मुखिया ने खुद ही टिकट पक्‍का कर दिया। शिवपाल के करीबियों में ओमप्रकाश सिंह, नारद राय, अंबिका चौधरी, शादाब फातिमा, राजकिशोर सिंह, योगेश प्रताप सिंह समेत अन्‍य ने टिकट पाया और बचाया भी है।

दो दिन पहले ही सपा में लौटने वाले बिसवां के विधायक रामपाल यादव भी लिस्‍ट में मौजूद है। जब‍कि यह वही रामपाल है जिनके अवैध निर्माण पर खुद अखिलेश यादव ने बुलडोजर चलवाने के साथ ही गुंडई करने पर पार्टी से भी छह साल के लिए बाहर का रास्‍ता दिखा दिया था। इस मामले में रामपाल को अपने रिश्‍तेदार और समर्थकों के साथ जेल की हवा भी खानी पड़ी थी।

दूसरी ओर हाल ही बाहुबली अतीक अहमद के गुर्गों की गुंडई के बाद उनके टिकट कटने की चर्चा जोरो पर थी, लेकिन वह भी अपना टिकट बचा ले गए। मुख्‍तार अंसारी के भाई का नाम भी आज की लिस्‍ट में बरकरार रहा।

सपा मुखिया के इन चौकाने वाले फैसले के बाद पार्टी में एक बार फिर टिकट बटवारे को लेकर घमासान बढ़ना तय माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि करीबियों पर गाज गिरने के बाद अखिलेश यादव कोई बड़ा कदम भी उठा सकते है। इस बारे में अखिलेश गुरुवार को अपने करीबियों के साथ मीटिंग करेंगे।