बदायूं में बरसे मोदी कहा, ‘मायावती के भ्रष्‍ट अफसरों से अखिलेश ने कराया दस गुना भ्रष्‍टाचार’

modi in badayoun

आरयू वेब टीम।

नरेन्‍द्र मोदी ने आज बदायूं जिले के दातागंज मैदान में आयोजित रैली में विरोधियों पर चौतरफ हमला बोला। इस दौरान उनके निशाने पर खासकर उत्‍तर प्रदेश के मुख्‍यमंत्री रहे। अखिलेश यादव ने यूपी को बहुत बुरे दिन दिखाए हैं। सीएम कहते हैं कि उनका काम बोलता है मगर सच्चाई तो ये है कि उनके कारनामे बोलते हैं। अपनी नाकामी छिपाने के लिए उन्होंने कांग्रेस से गठबंधन किया मगर चुनाव जीत नहीं पाएंगे। यूपी के नतीजे विरोधियों को आइना दिखा देंगे

पीएम ने जनता को याद दिलाते हुए कहा कि पांच साल पहले अखिलेश गांव-गांव जाकर कहते थे कि बसपा सरकार भ्रष्ट है। सत्ता में आने के बाद वह सबको जेल भेज देंगे, लेकिन भ्रष्‍टाचारियों को जेल भेजना तो दूर मायावती के करीबी जिन अफसरों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप थे, अखिलेश ने सरकार बनते ही उनको अच्छे पद पर बिठाया और 10 गुना भ्रष्टाचार के दरवाजे खोल दिए।

काली कमाई के कुबेर और डासना जेल में बंद महाभ्रष्‍ट यादव सिंह की ओर इशारा करते हुए उन्‍होंने जनता से पूछा कि आप बताए कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा में ऐसे अधिकारियों को बिठाया था कि नहीं। उनको बाद में सीबीआई ने जेल भेजा कि नहीं। वो जो गरीब और ईमानदारों को लूटते हैं, उनको मुझ पर गुस्सा क्यों आता है।

नोटबंदी पर प्रधानमंत्री ने कहा कि जब मैंने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ी तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। सब इकट्ठे हो गए। वो जानते हैं कि भ्रष्टाचार और काले धन से मेरी लड़ाई उनको भी अपने घेरे में लेकर रहेगी। वो जानते हैं कि हमने भ्रष्टाचार और कालेधन के खिलाफ नोटबंदी की। गरीबों का जो लुटा है, वो मैं उन्हें लौटाकर रहूंगा। मेरी सरकार गरीबों के लिए बनी है। हमें किसानों का कल्याण करना है।

विकास की बात करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मुलायम सिंह और मायावती को जहां पहुंचना था, पहुंच गए। अखिलेश यादव और उनके भाई को जहां पहुंचना था, पहुंच चुके हैं। आजादी के 70 साल बाद भी बदायूं के 500 गांव को बिजली का इंतजार है। हमने केन्द्र में पहुंचते ही कहा था कि नई सरकार मैं गरीबों को समर्पित करता हूं। सरकार जो भी करेगी गरीबों की भलाई के लिए करेगी।

मैंने सरकार का हिसाब-किताब शुरू किया तो पहले बिजली वालों को बुलाया। उनसे पूछा कि बताओ कितने गांव ऐसे हैं, जहां बिजली नहीं है। जवाब मिला, 18000 गांव अंधेरे में हैं और 18वीं शताब्दी की हालात में जी रहे हैं। हमने 1000 दिन में 18000 गांव में बिजली पहुंचाने का लक्ष्य तय किया। ये नहीं पूछा कि वहां किस पार्टी की सरकार है और कौन जाति रहती है। सपा, बसपा और कांग्रेस के लोग जवाब दें कि क्या उन का दायित्व नहीं था कि बिजली की इंतजाम कराते।

कानून-व्‍यवस्‍था पर एक बार फिर प्रधानमंत्री ने हमला करते हुए कहा कि आज उत्तर प्रदेश में शहर हो या गांव, दिन हो या रात, सुबह हो या शाम, क्या कहीं किसी की बेटी घर से अकेली निकल सकती है। अखिलेश कहते हैं कि अच्छे दिन नहीं आए। वो ये भी बता दें कि पांच साल में उन्होंने कैसे दिन जनता को दिखाए हैं। अखिलेश जानते ही नहीं कौन सा सवाल किससे पूछना चाहिए। कांग्रेस, सपा, बसपा सबसे यूपी को सिर्फ तबाही मिली है।

पीएम ने कहा कि 100 नौकरियों के लिए विज्ञापन निकलते हैं और 11 लाख लोग आवेदन करते हैं। इंटरव्यू का पेंच फंस जाता है। जुगाड़, पैसा चलता है। भारत सरकार ने निर्णय लिया है कि वर्ग दो और तीन के लिए नौकरियों के लिए सिर्फ एग्जाम पास करें। अलग-अलग श्रेणियों में लोगों को बांट कर सबको नौकरी दी जाएगी। कोई इंटरव्यू नहीं होगा।