राहुल का हमला, सभी सरकारी संस्थाओं को नियंत्रित करना चाहती है RSS, प्रियंका के देर से राजनीत में आने की वजहें भी बताई

भुवनेश्‍वर में राहुल
कार्यक्रम में अपनी बात रखते राहुल गांधी।

आरयू वेब टीम। 

राहुल गांधी ने शुक्रवार को भुवनेश्‍वर स्थित तमांडो मिनी स्टेडियम में आयोजित एक कार्यक्रम में भाजपा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस पर जमकर हमला बोला। राहुल ने आरएसएस को भाजपा की जननी बताते हुए कहा कि भाजपा नीत राजग सरकार में हर जगह आरएसएस की छाप दिखाई देती है, ये संगठन देश की सभी सरकारी  संस्थाओं में घुसकर उन्हें नियंत्रित करना चाहता है। आरएसएस को लगता है कि देश में वही एकमात्र संस्था है।

आरएसएस पर हमला जारी रखते हुए राहुल ने कहा कि उसकी मानसिकता के कारण न्यायपालिका और शिक्षा क्षेत्रों समेत देश में हर जगह अराजकता फैल गई है। उन्होंने भुवनेश्‍वर में बुद्धिजीवियों के साथ बातचीत के दौरान कहा कि हमें लगता है कि कुछ लोगों के एक समूह या सिर्फ किसी एक विचारधारा को नहीं, बल्कि सभी को मिलकर देश चलाना चाहिए। कांग्रेस अध्‍यक्ष ने कहा कि अहम संस्थाओं की कार्य प्रणाली के मामले में उनकी पार्टी की सोच अलग है। पार्टी विकेंद्रीकरण, संस्थाओं की स्वतंत्रता और संवैधानिक सम्प्रभुता का सम्मान करती है।

सालों पहले हो गया था प्रियंका के राजनीत में आने का फैसला

वहीं प्रियंका गांधी के राजनीत आने के बारे में एक सवाल के जवाब में खुलासा करते हुए राहुल ने कहा कि ऐसा कहना सही नहीं है कि यह फैसला 10 दिन पहले हुआ। मेरी बहन के राजनीति में आने का फैसला सालों पहले ही हो गया था। वह बच्चों के कारण देर से आईं, क्योंकि उनके बच्चे काफी छोटे थे। उनका कहना था कि वह बच्चों की देखभाल के लिए उनके साथ रहना चाहती हैं। अब उनका एक बच्चा यूनिवर्सिटी में है। दूसरी संतान भी जल्द ही यूनिवर्सिटी जाने वाली है और इसलिए उन्होंने सक्रिय राजनीति में आने का फैसला कर लिया।

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विरोधियों की बात करते हुए राहुल ने कहा कि भाजपा और आरएसएस ने अभी तक मुझे जो अपशब्द कहे हैं वो मेरे लिए उपहार के समान है। राहुल ने कहा कि मैं नरेंद्र मोदी से नफरत नहीं करता, लेकिन उनकी और मेरी विचारधारा अलग है, मैं उनसे लड़ता रहूंगा। आप मुझसे कितनी भी नफरत करें, लेकिन मैं आपसे प्यार से ही बात करूंगा।

देश के सिस्‍टम पर सवाल उठाते हुए राहुल बोले कि शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों पर कब्जे एवं एकाधिपत्य को चुनौती दिए जाने की आवश्यकता है। मध्यम वर्गीय एक व्यक्ति को अच्छी शिक्षा प्राप्त करने के लिए लाखों रुपए खर्च करने पड़ते हैं। स्वास्थ्य सेवा में भी ऐसा ही हाल है।

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मोदी सरकार को निशाने पर लेते हुए राहुल गांधी ने कहा कि इस सरकार ने मध्यम वर्ग के लिए कुछ नही किया। आरटीआई और लोकपाल को भुला दिया गया है। आरटीआइ मध्यम वर्ग का हथियार हुआ करता था, लेकिन आज सरकार ने इसे नष्ट कर दिया है। राहुल ने कहा हम लोगों को सुनते हैं। मिस्टर नरेंद्र मोदी की तरह नहीं जो सोचते हैं कि उन्हें सब कुछ पता है, प्रतिक्रिया की कोई गुंजाइश ही नहीं है। यह हमारे और भाजपा के बीच बुनियादी अंतर है।