आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस ने नागरिकता संशोधन बिल को संविधान विरोधी करार देते हुए मंगलवार को राजधानी लखनऊ के हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा के नीचे प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने मोदी सरकार पर संगीन आरोप लगाते हुए कहा कि कि नागरिकता संशोधन बिल भारत के संविधान को हटाकर संघ के विधान को लाने की ओर बढ़ाया गया कदम है। भाजपा सरकार आरएसएस के संविधान के एक-एक बिंदु को देश में लागू करना चाहती है।
इस दौरान प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू व अन्य कांग्रेस के नेता व कार्यकताओं ने नागरिकता संशोधन बिल की प्रतियां जलाकर रोष प्रकट करते हुए धरना दिया। अजय कुमार ने कहा कि नागरिकता संशोधन बिल देश के संविधान के खिलाफ है। इस बिल में एक धर्म को निशाना बनाया गया है जो कि संविधान की मूल आत्मा के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि भाजपा देश में संघी विधान लागू करना चाहती है पर संघ परिवार का सपना कभी पूरा नहीं होगा। इसके लिए कांग्रेस सड़क से लेकर सदन तक में लड़ाई लड़ेगी।
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मोदी सरकार पर हमला जारी रखते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर के संविधान को हटाकर भाजपा, संघ (आरएसएस) के विधान को लागू करने की कोशिश में है, लेकिन उसके मंसूबों को कांग्रेस पार्टी कुचलने का काम करेगी।
साथ ही अजय कुमार लल्लू ने मीडिया को बताया कि नागरिकता संशोधन बिल के खिलाफ कल पूरे उत्तर प्रदेश में कांग्रेस विरोध प्रदर्शन करेगी। साथ ही संघी विधान की प्रतियां जलाई जाएंगीं।
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प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा ‘मोना’, पूर्व विधायक श्यामकिशोर शुक्ल, पूर्व मंत्री आरके चौधरी, वीरेंद्र मदान, मनोज यादव, रमेश कुमार शुक्ल, ओंकारनाथ सिंह, मारूफ खान, सत्यवीर सिंह, सरबजीत सिंह मक्कड़, वीएन त्रिपाठी, रमेश मिश्रा, अरशी रजा, राजेश शुक्ला, विनोद मिश्र, गौरव चौधरी, अरशद आजमी, मुकेश सिंह चौहान, डॉ. उमाशंकर पाण्डेय, डॉ. अनूप पटेल, ब्रजेन्द्र कुमार सिंह व प्रियंका गुप्ता समेंत कांग्रेस के अन्य नेता व कार्यकर्ता मौजूद रहें।