आरयू वेब टीम। राजस्थान के डिप्टी सीएम और विधानसभा अध्यक्ष रहे हरिशंकर भाभड़ा का देर रात निधन हो गया। जयपुर के रूंगटा अस्पताल में भाभड़ा ने 96 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। बता दें कि हरिशंकर भाभड़ा काफी लंबे समय से बीमार चल रहे थे और रूंगटा अस्पताल में उनका उपचार चल रहा था। जहां पर देर रात उपचार के दौरान उनका निधन हो गया।
भाभड़ा के निधन पर राज्यपाल कलराज मिश्र, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, पूर्व सीएम अशोक गहलोत, बीजेपी नेता राजेंद्र राठौड़ सहित कई बड़े नेताओं ने भाभडा के निधन पर दुख व्यक्त किया है।
हरिशंकर भाभड़ा के निधन पर राज्यपाल कलराज मिश्र ने संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि हरिशंकर भाभड़ा राष्ट्रीयता के विचारों से ओतप्रोत संसदीय परंपराओं में गहरी आस्था रखने वाले विरल राजनीतिज्ञ थे। वह आमजन के प्रति जवाबदेही शासन व्यवस्था और राजनीति में शुचिता के प्रबल पक्षधर थे।
वहीं, सीएम भजनलाल शर्मा ने एक्स पर पोस्ट किया कि भाजपा परिवार के वरिष्ठ सदस्य, राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरि शंकर जी भाभड़ा का निधन प्रदेश की अपूरणीय क्षति है। वह सार्वजनिक जीवन में शुचिता, पारदर्शिता एवं स्पष्टवादिता की प्रतिमूर्ति थे। प्रभु राम दिवंगत पुण्यात्मा को अपने परम धाम में स्थान व शोकाकुल परिजनों को यह दुःख सहने की शक्ति प्रदान करें।
जबकि विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने पोस्ट किया कि राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं विधानसभा अध्यक्ष रहे श्री हरिशंकर भाभड़ा जी का देहावसान दुःखद है। राजस्थान की राजनीति में उनका योगदान अविस्मरणीय रहेगा। ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान और परिजनों को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
कौन है हरिशंकर भाभड़ा?
नागौर जिले के खिड़की दरवाजा, डीडवाना में 6 अगस्त 1928 को जन्मे हरिशंकर भाभड़ा बीजेपी के कद्दावर नेताओं में से एक थे। वो 16 मार्च 1990 से 5 अक्टूबर 1994 तक दो बार विधानसभा अध्यक्ष रहे। वहीं, 6 अक्टूबर 1994 से 1 दिसंबर 1998 तक वो राजस्थान के उपमुख्यमंत्री भी रहे। हरिशंकर भाभड़ा 1978 से लेकर 1984 तक राज्यसभा सासंद रहे। उन्होंने 1985, 1990 और 1993 में चूरू जिले के रतनगढ़ से राज्य विधान सभा चुनाव जीता। भाभरा राजस्थान सरकार में आर्थिक नीति और सुधार परिषद के उपाध्यक्ष थे। वह 1978-84 में राज्य सभा के सदस्य थे।
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हरिशंकर भाभड़ा छात्र जीवन से ही आरएसएस से जुड़ गए थे। सबसे पहले वे 1963 में भारतीय जनसंघ के नागौर जिला सचिव बने। इसके बाद नागौर के जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई। वे 1966 से 1972 तक जनसंघ के कोषाध्यक्ष थे। इसके बाद 1974 में वे उपाध्यक्ष बने। उन्होंने 1981 से 1986 तक राजस्थान भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाली।