आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद योजनाएं गांव तक पहुंच रही है, लेकिन इससे पहले योजनाएं गांव, गरीब तक नहीं पहुंचाती थी। क्योंकि पहले की सरकारों के ऐजेंडे में गांव, गरीब, किसान नहीं था, दलित व वंचित नहीं था, उनके एजेंडे में जाति थी और उनका परिवार था। उन्होंने अपना हित किया, लेकिन गरीब और किसान का हित नहीं किया।
ये बातें शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखीमपुर जिले के लाहोरी नगर गांव में आयोजित ग्राम चौपाल में कही। प्रधानमंत्री की योजनाओं पर बात करने के साथ ही पिछली कांग्रेस की सरकार पर निशाना साधते हुए आगे कहा कि 2014 से पहले लोगों को गैस सिलेंडर भराने के लिए लाइन लगानी पड़ती थी, पुलिस की लाठियां खानी पड़ती थी, लेकिन आज हर किसी को आसानी से सिलेंडर मिल रहा है।
2022 तक हर व्यक्ति के पास होगा आवास
आंकड़ों पर बात करते हुए सीएम ने कहा कि सिर्फ यूपी में 72 लाख 50 हजार लोगों को उज्जवला योजना का लाभ मिला है। 2022 तक हर व्यक्ति के पास अपना स्वयं का आवास होगा। उन्होंने कहा कि ग्राम स्वराज अभियान का लाभ पंक्ति के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचाना है।
इसके साथ ही लखीमपुर पहुंचे सूबे के मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास, शौचालय निर्माण, पेयजल, वृद्धावस्था पेंशन, दिव्यांग पेंशन, उज्जवला योजना, विद्युत कनेक्शन सहित विभिन्न योजनाओं के विषय में गांववलों से बात करने के साथ ही स्थलीय जानकारी भी ली।
गांववालो ने की शिकायत तो अफसर के फूले हाथ-पांव
ग्राम चौपाल में गांववालों ने अधिकारियों की मनमानी की भी शिकायत सीएम से की। ग्रामीणों को शिकायतें करते देख अफसरों के हाथ-पांव फूल गए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने भी ग्रामीणों की दिक्कत को लेकर अधिकारियों से सवाल किए। हालांकि अफसर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। समझा जा रहा है कि इस मामले को लेकर योगी की गाज किसी अधिकारी पर गिर सकती है।
ग्राम चौपाल में मुख्यमंत्री राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) भूपेन्द्र चौधरी, प्रभारी मंत्री गुलाबो देवी, प्रदेश मंत्री अनूप गुप्ता, सांसद अजय मिश्र टेनी, रेखा वर्मा, विधायक लोकेन्द्र प्रताप सिंह, अरविन्द गिरि, सौरभ सिंह, मंजू त्यागी, रोमी साहनी, जिलाध्यक्ष शरद बाजपेयी मौजूद रहें।
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