आरयू ब्यूरो, लखनऊ। एसटीएफ ने रविवार को गोमतीनगर से एक महिला व पुरुष को गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से डेढ़ करोड़ रुपये की चरस बरामद की है। गिरफ्तार किए गए आरोपित थोड़े से पैसों की लालच में करोड़ों की चरस तस्करी कर रहे थे। नेपाल में बैठा तस्करों का सरगना उन्हें इसके बदले सिर्फ 50 हजार रुपए देता था, एसटीएफ को भी चरस के अलावा उनके पास से नकद के नाम पर केवल 710 रुपए बरामद हुए है। एसटीएफ पकड़े गए आरोपितों को गोमतीनगर पुलिस के हवाले करने के साथ सरगना समेत कुछ अन्य संदिग्धों की तलाश में लग गयी है।
बताया जा रहा है कि एसटीएफ को आज सूचना मिली थी कि कुछ लोग नेपाल से चरस लेकर गोरखपुर के रास्ते गोमतीनगर रेलवे स्टेशन पहुंचने वाले हैं। जिसके बाद एसटीएफ की टीम ने गोमतीनगर पुलिस के साथ घेराबंदी करते हुए गोमतीनगर रेलवे स्टेशन के पास ही एक महिला व पुरुष को धर दबोचा।
घटना का खुलासा करते हुए आज पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ डीके शाही ने बताया कि पकड़े गए तस्करों की पहचान बिहार के बेतिया जनपद के मझवलिया क्षेत्र निवास गुलेल महतो व मोतिहारी जिले के रमगढ़वा क्षेत्र की गुडि़या खातून के रूप में हुई है। दोनों के पास से एसटीएफ को 23 किलो चरस (कीमत इंटरनेशनल मार्केट में डेढ़ करोड़) व 710 रुपए बरामद हुए हैं।
लखनऊ समेत यूपी के कई जिलों में फैला है तस्करों का नेटवर्क
डीके शाही के अनुसार पूछताछ में गुलेल महतो ने एसटीएफ को बताया है कि चरस तस्करी करने के लिए उन लोगों का एक गिरोह है, जो नेपाल से चरस लाकर लखनऊ समेत यूपी के कई शहरों में सप्लाई करता है।
यह भी पढ़ें- फर्जी शिक्षक को STF ने विद्यालय से दबोचा, 21 साल से कर रहा था नौकरी, इस वजह से गया पकड़ा
एसटीएफ ने बताया इस गिरोह का सरगना नेपाल निवासी राजू है। राजू इन तस्करों को चरस देता था और उसी के बताए ठिकानों पर चरस यह लोग सप्लाई करते थे। बदले में इन लोगों को हर बार 50 हजार मिलते थे। यह लोग महीने में करीब चार चक्कर नेपाल से चरस की खेप लाते थे।
गिरफ्तारी करने वाली टीम में एसटीएफ इंस्पेक्टर राघवेन्द्र सिंह, एसआइ प्रदीप कुमार सिंह के अलावा नीरज पांडेय, राम निवास शुक्ल, राजीव कुमार, अमित तिवारी, अमर श्रीवास्तव के अलावा गोमतीनगर पुलिस भी शमिल रही।
गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ गोमतीनगर कोतवाली में मुकदमा किया गया है। जिसके बाद पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।