नेताजी का चेहरा और मेरा काम ही सपा की पहचान: अखिलेश

समाज में नफरत
अखिलेश यादव। (फाइल फोटो)

आरयू ब्‍यूरो

लखनऊ। समाजवादी पार्टी पर फतह करने के बाद आज भी मुख्‍यमंत्री अखिलेश यादव के खेमे जबरदस्‍त खुशी का माहौल रहा।  बड़ी संख्‍या में नेता व कार्यकर्ताओं का पांच कालीदास स्थित कार्यालय पर सीएम से मुलाकात और बधाई देने का दौर सुबह से ही शुरू हो गया।

अखिलेश यादव ने इस दौरान कहा कि नेताजी यानि की मुलायम सिंह यादव का चेहरा और मेरा काम ही समाजवादी पार्टी की पहचान है। वह पार्टी के संरक्षक होने के साथ ही मेरे पिता भी है। उनका मार्गदर्शन मुझे हमेशा मिलता रहेगा। बाप-बेटे का रिश्‍ता कोई खत्‍म नहीं कर सकता। अब बड़ी जिम्‍मेदारी है, सारा ध्‍यान सरकार बनाने पर लगाऊंगा। एक-दो दिन में काफी कुछ फाइनल करना है।

‘राजधानी अपडेट’ की खबर पर CM की मोहर

गठबंधन की बात पर अखिलेश ने कहा कि जल्‍द ही लखनऊ से इसका ऐलान होगा। साथ ही गठबंधन की सूची भी जारी कर दी जाएगी। चुनाव आयोग के फैसले पर मुख्‍यमंत्री बोले कि मुझे विश्‍वास था, आयोग उन्‍हें ही साइकिल का सिंबल देगा। बता दें कि ‘राजधानी अपडेट’ ने कल ही लिखा था कि चुनाव आयोग का फैसला जानते थे अखिलेश। सीएम के आज आए इस बयान ने ‘आरयू’ की खबर पर मोहर लगा दी।

मुलायम ने बिना मिले अखिलेश को लौटाया !

इससे पहले आज सुबह अखिलेश यादव अपने पिता से मिलने उनके आवास 5वीडी मार्ग पहुंचे, लेकिन चंद ही मिनटों में वाप लौट गए। समझा जा रहा है कि बेटे से नाराज चल रहे मुलायम सिंह ने उनसे मिलने से मना कर दिया।

बता दें कि चुनाव आयोग का फैसला आने के बाद कल अखिलेश ने मुलायम सिंह से मिलने के बाद एक अपनी मुलाकात की तस्‍वीरें सोशल मीडिया पर डाली थी। साथ ही लिखा था साइकिल चलती जाएगी, आगे बढ़ती जाएगी। अखिलेश ने कहा कि वह रात में भी नेताजी को मनाने गए थे, पर वह नहीं माने।