आरयू ब्यूरो, लखनऊ। लखनऊ विकास प्राधिकरण की जनता अदालत में आज एक बेहद शर्मनाक घटना घट गयी। अपने भवन पर कब्जे के लिए सालों से एलडीए के चक्कर काट रहे बुजुर्ग फरियादी एलडीए के ओएसडी डीके सिंह के गुस्से का शिकार हो गया। आरोप है कि भरी जनता अदालत में बहस के बाद डीके सिंह ने 70 वर्षीय मुकेश शर्मा को थप्पड़ जड़ दिए, जिससे बुजुर्ग के कान से व आंख के पास से खून निकलने के साथ ही वह फूट-फूटकर रोने लगा। यह देख वहां मौजूद अन्य आवंटियों ने भी आक्रोशित हो हंगामा शुरू कर दिया।
मामला बिगड़ता देख डीके सिंह मसूद हाल के पिछले गेट से निकल गए, जबकि शोर-शराबा सुन जनता अदालत में पहुंचे एलडीए वीसी इंद्रमणि त्रिपाठी ने बड़ी मुश्किल से लोगों को शांत कराया। मुकेश शर्मा ने अपना मेडिकल कराने के साथ ही डीके सिंह पर पिटाई करने का आरोप लगाते हुए गोमतीनगर कोतवाली में तहरीर दी है, जबकि डीके सिंह ने भी मुकेश शर्मा पर अभद्रता करने का आरोप लगा गोतीनगर कोतवाली में शिकायत की है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
ऐशबाग नवाबगंज निवासी मुकेश शर्मा ने बताया आजाद नगर सेक्टर बी स्थित एक भवन को एलडीए ने उन्हें 2004 में आवंटित किया था, लेकिन एलडीए ने आज तक उन्हें कब्जा नहीं दिया। इस बीच दबंगों ने एलडीए के ही अधिकारियों की मिलीभगत से भवन पर कब्जा कर लिया। वह मकान पर कब्जे के लिए 19 साल से परेशान हैं।
यह भी पढ़ें- 16 साल से प्लॉट के लिए भटक रहे दंपत्ति का LDA की जनता अदालत में छलका दर्द, कहा, जान देने के बाद ही लगता है होगी रजिस्ट्री
इसके अलावा मुकेश शर्मा ने कहा कि ऐशबाग में उनके पड़ोसी ने एलडीए इंजीनियर व अधिकारियों की शह पर तीन मंजिला अवैध निर्माण करने के साथ ही 14 फिट गहरा बेसमेंट भी खोद डाला हैं, जिसके चलते उनका भवन भी कमजोर हो गया है। पिछले साल 30 जून को उन्होंने इसकी शिकायत एलडीए से की थी जिसके सात महीने बाद दो फरवरी को भवन सिर्फ कागजों में सील हुआ। इस बीच इंजीनियर बदलते रहें और वसूली करने के बाद अवैध निर्माण होता रहा, उन्होंने जोन सात के तत्कालीन जोनल अफसर डीके सिंह से भी कई बार शिकायत की, लेकिन निर्माण चलता रहा।
मुकेश शर्मा के अनुसार आज उन्होंने इन्हीं शिकायतों के संबंध में जनता अदालत में दो प्रार्थना पत्र दिए थे। वह अपनी बात नजूल अधिकारी अरविंद त्रिपाठी को बता ही रहे थे कि पास में ही बैठे डीके सिंह ने उनके साथ अभद्रता करते हुए दो-तीन थप्पड़ जड़ दिए, जिससे उनके कान व आंख के पास गंभीर चोटें आयीं हैं।
यह भी पढ़ें- टेंडर के लिए एलडीए में फिर हुई ठेकेदारों में मारपीट, अधिकारी पर लगा निविदा वापस लेने का दबाव बनाने का आरोप, पुलिस ने शुरू की जांच
इंस्पेक्टर गोमतीनगर दिनेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि दोनों पक्षों की ओर से तहरीर मिली है। घायल मुकेश शर्मा का मेडिकल मुआयना कराने के साथ ही मामले की जांच की जा रही है। जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
वीसी ने दी अपर सचिव को जांच
वहीं एलडीए उपाध्यक्ष इंद्रमणि त्रिपाठी ने मामले की जांच अपर सचिव ज्ञानेंद्र वर्मा को सौंपी है। वीसी के अनुसार जांच में आरोप सही मिलने पर ओएसडी पर कार्रवाई के लिए शासन को पत्र भेजेंगे।
सपा ने साधा सीएम योगी पर निशाना
वहीं बुजुर्ग को एलडीए की जनता अदालत में थप्पड़ मारने की घटना से विपक्ष ने भी योगी सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया है। आज सपा ने इस पर सवाल उठाते हुए कहा है कि एलडीए समेत यूपी के समस्त विकास प्राधिकरण भ्रष्टाचार और गुंडई का अड्डा बन चुके हैं। योगी जी आपके राज में आपके विभाग में बुजुर्ग को थप्पड़ मारकर शर्मनाक गुंडाराज और भ्रष्टाचार चल रहा, आपके ही मंत्री केशव प्रसाद मौर्या ने भी पूर्व में आपके विभाग में भ्रष्टाचार का मुद्दा तीन साल पहले था। आज भी आपके विभाग में भ्रष्टाचार और गुंडई व्याप्त है। केशव प्रसाद मौर्या को अपना विभाग सौंपिए, उन्हें आपने कमजोर मंत्रालय दिया हुआ है जिसकी शिकायत वे कई बार दिल्ली में कर चुके हैं।
लखनऊ जनकल्याण महासमिति ने भी खोला मोर्चा
घटना का वीडियो वायरल होने के बाद आज लखनऊ जनकल्याण मगसमिति के पदाधिकारियों ने भी बैठक कर एलडीए के खिलाफ मोर्चा खोलने का ऐलान किया है। बैठक के बाद महासमिति के अध्यक्ष उमाशंकर दुबे ने कहा कि आवंटियों के साथ दुर्व्यवहार बर्दाश्त नही किया जाएगा। मामले में हस्तक्षेप के लिए लखनऊ जनकल्याण महासमिति की टीम प्रमुख सचिव आवास, मंडलायुक्त सहित अन्य उच्च अधिकारियों को ज्ञापन देगी, क्योंकि आज के एलडीए के व्यवहार से आवंटियों में दहशत बनी हुई है, इस हालत में कोई भी आवंटी एलडीए में अपनी शिकायत लेकर जाने से डरेगा। बैठक में मगसमिति के अध्यक्ष उमाशंकर दुबे, उपाध्यक्ष विवेक शर्मा, महासचिव रामकुमार यादव और सचिव समय विजय सिंह समेत अन्य मौजूद रहे।