आरयू वेब टीम। मणिपुर हिंसा और हैवानियत को लेकर भाजपा की सहयोगी पार्टी नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) के सांसद में बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सांसदों का कहना है कि उन्हें मणिपुर हिंसा मामले में बोलने नहीं दिया गया, जबकि मणिपुर में पिछले चार महीने से लगी जातीय हिंसा की आग अब तक बुझी नहीं है।
इसी बीच भाजपा की सहयोगी पार्टी एनपीएफ के सांसद लोरहो पफोज ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें मणिपुर मुद्दे को लेकर संसद के अंदर बोलने नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि हम संसद में मणिपुर पर बोलना चाहते थे, लेकिन उच्च अधिकारियों ने हमें इसके लिए अनुमति नहीं दी।
पफोज ने कहा कि हां, हम भाजपा के सहयोगी हैं, लेकिन हमें अपने लोगों के लिए भी बोलना होगा। ‘हमारे हाथ बंधे हुए हैं, हम भाजपा के सहयोगी हैं, इसलिए हमें कुछ आदेशों का पालन करना होगा। बीजेपी ने मणिपुर में, यहां तक कि पहाड़ी इलाकों में भी बहुत काम किया है, लेकिन हाल ही में इस मुद्दे को जिस तरह से हैंडल किया गया, वह गलत है।’
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गौरतलब है कि मणिपुर में तीन मई को कुकी और मैतई समुदाय के बीच जातीय हिंसा शुरू हो गई थी। इस हिंसा के दौरान अब तक 160 से अधिक लोगों की जान चली गई। कई सौ लोगों के घायल होने की जानकारी मिली थी। इसके अलावा हजारों लोगों के घर को आग के हवाले कर दिया गया। बता दें कि यह हिंसा मैतेई और कुकी, नागा समुदायों के बीच उनके अधिकारों के मुद्दे को लेकर हो रही है।