आरयू ब्यूरो, लखनऊ। चुनाव आयोग और केंद्र सरकार के खिलाफ नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआइ) की तरफ से बुधवार को लखनऊ में प्रदर्शन किया गया है। एनएसयूआइ की तरफ से किये गये इस जोरदार प्रदर्शन से हजरतगंज स्थित चुनाव आयोग कार्यालय के बाहर माहौल तनावपूर्ण रहा। पुलिस की बैरिकेडिंग तोड़कर कार्यकर्ताओं ने चुनाव आयोग के कार्यालय का घेराव किया है। इस दौरान संगठन के कार्यकर्ताओं की पुलिस से जमकर धक्का मुक्की हुई है। इसके बाद पुलिस ने कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। बाद में सभी को बस से ईको गार्डेन ले जाया गया है।
हलांकि एनएसयूआई की तरफ से किये जाने वाले इस प्रदर्शन की जानकारी पहले से ही प्रशासन को हो गई थी। यही वजह है कि प्रशासन ने पहले से ही इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया था, बैरिकेडिंग के साथ ही मौके पर पुलिस बल के साथ ही आरपीएफ और पीएसी के जवान तैनात किया गये थे। दरअसल, नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया ने ये प्रदर्शन चुनाव आयोग और केंद्र सरकार के खिलाफ किया है। एनएसयूआइ ने चुनाव आयोग को केंद्र सरकार के हाथ की कठपुतली बताते हुये जमकर नारेबाजी की।
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नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष अनस रहमान ने कहा कि सोमवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सपा प्रमुख अखिलेश यादव समेत अन्य विपक्षी नेताओं ने सोमवार को दिल्ली में एक मार्च निकालने का फैसला किया था, उन्होंने बताया कि देश में वोटर लिस्ट में गड़बड़ियों और बिहार में एसआइआर के मुद्दे पर यह फैसला लिया गया था जैसे ही इंडिया गठबंधन के सांसदों ने संसद से भारत निर्वाचन आयोग के दफ्तर तक मार्च का फैसला किया, उन्हें पुलिस ने रोक लिया और हिरासत में ले लिया। अनस रहमान ने इसे लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला बताया है। उन्होंने कहा कि यह समय संविधान बचाने का है। चुनाव आयोग को राहुल गांधी के सवालों का जवाब देना चाहिए।