आरयू वेब टीम। 200 करोड़ रुपए की ठगी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में मंगलवार को पहली बार सुकेश चंद्रशेखर और जैकलीन फर्नांडीज का आमना-सामना हुआ है। ठगी के इस मामले में कोर्ट रूम में पहली बार जैकलीन फर्नांडीज और सुकेश चंद्रशेखर आमने-सामने हुए हैं और इस मामले में बहस के दौरान दोनों मौजूद रहे। पटियाला हाउस कोर्ट में इस मामले की कार्यवाही जारी है और दोनों पक्षों की ओर से दलीलें दी गईं। इधर जैकलीन ने विदेश जाने के लिए कोर्ट से अनुमति भी मांगी है, इस मामले पर 22 दिसंबर को सुनवाई होगी।
कोर्ट में मामले की सुनवाई शुरू होते ही ईडी की तरफ से पेश वकील ने कहा सुकेश चंद्रशेखर ही इस मामले में मास्टरमाइंड है। ईडी के वकील ने कोर्ट को इस मामले की पुरानी कहानी बताई और कहा कि सुकेश के पास से तिहाड़ में कई सारे मोबाइल भी मिले हैं। पब्लिक प्रॉसिक्यूटर ने कहा कि सुकेश ने पहला फोन लैंडलाइन से किया था पीड़िता को, जिससे 200 करोड़ की ठगी की थी।
सुकेश ने स्वीकार किया था कि 57 करोड़ रुपए अदिति सिंह से लिया, लेकिन जांच मे पुलिस ने पाया कि उसने 80 करोड़ लिया था, हालांकि सुकेश के वकील ने ईडी के वकील के आरोपों पर आपत्ति जताई। ईडी के वकील ने सुकेश का बयान पढ़कर कोर्ट को सुनाया कि सुकेश ने बताया था कि रकम का उपयोग जेल अधिकारियों और बी मोहनराज को गिफ्ट घर भेजने के लिए किया गया था। सुकेश का कहना है कि मोहनराज द्वारा मंहगी कारें और लेम्बोर्गिनी आदि कारें खरीदी गईं। कुल 26 कारें खरीदी गईं।
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वहीं सुकेश चंद्रशेखर और जैकलीन के वकीलों की मांग पर कोर्ट ने ईडी को उन आरोपों पर शॉर्ट नॉट्स देने के कहा है जिनके सबूत मौजूद हैं। इतना ही नहीं, कोर्ट ने सभी पक्षों को अपना लिखित जवाब दाखिल करने के लिए कहा है। इस मामले में एक अन्य आरोपित पिंकी ईरानी के मोबाइल फोन की फॉरेंसिंक रिपोर्ट अभी तक ना जमा होने का मामला कोर्ट के समक्ष उठाया गया है। साथ ही वॉयस सैंपल की रिपोर्ट का भी इंतजार है। कोर्ट ने जीएफएसयू, गुजरात से रिपोर्ट लेकर अगली सुनवाई से पहले जमा कराने को कहा है।