UP: पेपर लीक मामले में गिरफ्तार पत्रकारों को मिली जमानत, पुलिस ने हटाईं संगीन धाराएं

कोर्ट

आरयू संवाददाता, बलिया। उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा के दौरान इंटरमीडिएट अंग्रेजी विषय के पेपर लीक मामले के आरोपित पत्रकारों को सोमवार को कोर्ट से जमानत मिल गई है। यही नहीं, तीनों पत्रकारों पर लादी गईं संगीन धाराएं भी हट गईं हैं। इस मामले में बैकफुट पर आई पुलिस ने पेपर लीक के तीनों मुकदमे में से आईपीसी की धाराएं हटा दी हैं।

दरअसल पेपर लीक मामले में खबर छापने के बाद पत्रकार दिग्विजय सिंह, मनोज गुप्ता और अजित ओझा को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद लगातार विरोध प्रदर्शन देखे जा रहे थे। इस प्रकरण में दिग्विजय सिंह और मनोज गुप्ता की जमानत पहले ही स्वीकृत हो गई थी, जबकि सोमवार को अजीत ओझा की जमानत स्वीकार हुई। जमानत के बाद की कानूनी औपचारिकताएं पूरी की जा रही

गौरतलब है कि यूपी बोर्ड के इंटरमीडिएट अंग्रेजी का पेपर लीक होने के मामले में पत्रकारों पर कार्रवाई की गई थी। पत्रकार दिग्विजय सिंह, मनोज गुप्ता और अजित ओझा को गिरफ्तार किया गया था। पत्रकारों की गिरफ्तारी के बाद लगातार विरोध प्रदर्शन किए जा रहे थे। इसके साथ ही पुलिस मामले की जांच कर रही थी। जांच में बलिया पुलिस ने पत्रकारों पर से धारा 420, 467, 471 को हटा दिया। इस मामले में अब आईटी एक्ट परीक्षा अधिनियम की धारा में जांच की जा रही है।

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वहीं जेल भेजे गए पत्रकारों के खिलाफ कोई ठोस सबूत भी पुलिस के पास नहीं थे, जिससे ये साबित किया जा सके कि पेपर लीक मामले में उनकी सीधे तौर पर संलिप्तता है। इसी के बाद गिरफ्तार किए गए पत्रकारों को जमानत दे दी गई।

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