आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी कांस्टेबल भर्ती परीक्षा और आरओ-एआरओ भर्ती परीक्षा में पेपर लीक का आरोप लगाकर लाखों की संख्या में लखनऊ व प्रयागराज से लेकर सोशल मीडिया पर तक अभ्यार्थियों का विरोध प्रदर्शन जारी है। इसे लेकर विपक्षी पार्टियों ने योगी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। इसी क्रम में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भर्ती परीक्षाओं के पेपर लीक होने पर भाजपा सरकार को घेरते हुए पूछा कि चांद-मंगल पर जाने वाला हमारा देश एक फुलप्रूफ परीक्षा नहीं करा सकता? साथ ही प्रियंका ने प्रियंका ने पेपर लीक की जांच सीबीआई से कराने, परीक्षाओं के फॉर्म फ्री किए जाने समेत अभ्यर्थियों के लिए भाजपा सरकार से कई मांगें की है।
प्रियंका गांधी ने आज एक्स पर पोस्ट कर कहा कि कांग्रेस ने यूपी में भर्ती विधान पेश किया था जिसमें पेपर लीक और भर्तियों में भ्रष्टाचार रोकने के प्रावधान रखे गए थे। पेपर लीक संकट को देखते हुए हमारी मांग है-
◾️हाल में हुई दोनों पेपर (सिपाही व आरओ-एआरओ पेपर) लीक की घटनाओं की CBI जांच हो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।
◾️एक परीक्षा कैलेंडर जारी हो, जिसमें विज्ञापन, परीक्षा, नियुक्ति की तारीखें दर्ज हों और इसका उल्लंघन होने पर सख्त कार्रवाई की जाए।
◾️भर्तियों के साथ आरक्षण में भ्रष्टाचार रोकने के लिए सामाजिक न्याय पर्यवेक्षक नियुक्त हों।
◾️युवाओं का भरोसा बहाल करने के लिए सभी परीक्षाओं के फॉर्म नि:शुल्क किए जाएं।
◾️परीक्षा देने के लिए युवाओं को फ्री बस और ट्रेन मुहैया कराई जाए।
वहीं अपने एक अन्य पोस्ट प्रियंका ने कहा कि री-एग्जाम, री-एग्जाम बस एक बार सोच कर देखिए-50 लाख से अधिक युवाओं ने फॉर्म भरा। ये प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी परीक्षा थी। 400 रुपए का एक फॉर्म था। 48 लाख एडमिट कॉर्ड जारी हुए। और परीक्षा के पहले पेपर लीक हो गया। क्या बीत रही होगी बच्चों पर? उनके परिवारों पर?
प्रियंका ने आगे कहा कि, ऐसा ही आरओ एग्जाम में हुआ। पेपर लीक हो गया। यूपी के एक-एक गांव में यह चर्चा हो रही है। सरकार सो रही है। लड़के-लड़कियां इलाहाबाद से लखनऊ तक चीख-पुकार-प्रदर्शन कर रहे हैं और री-एग्जाम की मांग कर रहे हैं। सरकार उन्हें अपमानित कर रही है, लाठियों से पिटवा रही है।
उन्होंने कहा कि, कौन कराता है ये पेपर लीक? कैसे होता है ये पेपर लीक? चांद-मंगल पर जाने वाला हमारा देश एक फुलप्रूफ परीक्षा नहीं करा सकता? जहां एक युवा की मेहनत चोरी न हो, उसके भविष्य पर डाका न पड़े। उन्होंने इस दौरान एक वीडियो भी पोस्ट किया, जिसमें परीक्षार्थी उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करते दिख रहे हैं। इस दौरान परीक्षार्थियों द्वारा लगातार री एग्जाम-री एग्जाम यानी दोबारा परीक्षा कराने को लेकर नारेबाजी की जा रही है।
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बता दें कि इस भर्ती परीक्षा को लेकर एक बड़ा खुलासा भी हुआ है। दरअसल एफआइआर करने वाले इंस्पेक्टर ने एफआइआर कॉपी में लिखा कि सुनियोजित तरीके से पेपर लीक हुआ है। कृष्णानगर थाने में लखनऊ के मोहनलाल गंज थाने में तैनात पुलिस इंस्पेक्टर रामबाबू संह ने एफआइआर दर्ज कराते हुए बताया कि 18 फरवरी को अलीनगर सुनहरा स्थित सिटी मॉर्डन अकेडमी स्कूल में पुलिस भर्ती परीक्षा हो रही थी। इसी दौरान नकल कर रहे विद्यार्थी को पकड़ा गया जो पर्ची में आंसर लिखकर लाया था। उसके व्हाट्सऐप को चेक किया गया तो वहां हाथ से आंसर लिखकर भेजे गए थे, जो प्रश्नपत्र के जवाब से मैच करता था।