आरयू ब्यूरो, लखनऊ। पारा इलाके में रविवार को एक युवक ने खुद को गोली मारकर जान दे दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस की छानबीन में सामने आया कि युवक शादी के करीब आठ साल बीत जाने के बाद भी बच्चा नहीं होने व अन्य वजहें से काफी परेशान था। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल लाइसेंसी बंदूक को कब्जे में लेते हुए शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने के साथ घटना के अन्य बिन्दुओं पर भी जांच शुरू कर दी है।
पारा पुलिस के अनुसार मूल रूप से हरदोई के अतरौली क्षेत्र स्थित भरावन गांव निवासी बाबूराम शुक्ला का बेटा सोनू शुक्ला (32) फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी का काम करता था। सोनू की शादी करीब आठ साल पहले हुई थी, लेकिन अब तक उसे कोई संतान नहीं हो सकी थी। वहीं लॉकडाउन व कोरोना वायरस के चलते उसका काम भी कुछ ठीक नहीं चल रहा था। संतान नहीं होने की वजहें से सोनू दूसरी शादी करना चाहता था, हालांकि परिजन इसके लिए राजी नहीं थे। कुछ दिनों से इन्हीं सब बातों को लेकर सोनू तनावग्रस्त हो गया था।
दो दिन पहले ही आया था भाई के घर
जिसके बाद घरवालों ने बीते 18 सितंबर को उपचार कराने के लिए लखनऊ के पारा क्षेत्र बादरखेड़ा निवासी सोनू के सगे भाई शिव प्रकाश शुक्ला के घर भेज दिया था। इंस्पेक्टर पारा त्रिलोकी सिंह के अनुसार कल परिजनों ने मानसिक रूप से परेशान चल रहे सोनू को दवा भी दिलाई थी।
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आज सुबह मौका मिलने पर सोनू ने भवनों की ठेकेदारी करने वाले अपने भाई शिव प्रकाश की लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मार ली। गोली चलने की आवाज सुनकर परिजन भागते हुए कमरे में पहुंचे तो सोनू का शव जमीन पर पड़ा था। जवान बेटे की लाश देख परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस के अनुसार सोनू ने ठुड्डी के नीचे बंदूक की नाल लगाकर फायर किया था, जिसके चलते गोली ठुड्डी व सर को फाड़ते हुए बाहर निकल गयी थी।