आरयू वेब टीम। दुनियाभर में कोरोना वायरस के कहर के बीच योग गुरू बाबा रामदेव ने कोरोना वायरस की आयुर्वेदिक दवा बनाने का दावा किया है। इसकी घोषणा मंगलवार को बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण ने की। उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस को मात देने वाली इस आयुर्वेदिक दवा को कोरोनिल नाम दिया गया है। साथ ही ये दावा किया कि इस दवा से सात दिन में कोरोना केे मरीज 100 प्रतिशत ठीक होंगे।
प्रेसवार्ता कर दवा की जानकारी देते हुए रामदेव ने कहा कि संपूर्ण साइंटिफिक डॉक्यूमेंट के साथ श्वासारि वटी, कोरोनिल, कोरोना की एविडेंस बेस्ड पहली आयुर्वेदिक औषधि है। पतंजलि के मुताबिक, यह रिसर्च संयुक्त रूप से पतंजलि रिसर्च इंस्टीट्यूट (पीआरआई) हरिद्वार, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एनआइएमएस), जयपुर द्वारा किया गया है। दवा का निर्माण दिव्य फार्मेसी, हरिद्वार और पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड, हरिद्वार के द्वारा किया जा रहा है। इस दौरान ट्रायल में शामिल रहे वैज्ञानिक, डॉक्टर, रिसर्चर भी प्रेसवार्ता मे मौजूद रहे।
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रामदेव ने कहा, ”आज हम ये कहते हुए गौरव अनुभव कर रहे हैं कि कोरोना की पहली आयुर्वेदिक, क्लीनिकली कंट्रोलड, ट्रायल, एविडेंस और रिसर्च आधारित दवाई पतंजलि रिसर्च सेंटर और एनआइएमएस के संयुक्त प्रयास से तैयार हो गई है। इस दवाई पर हमने दो ट्रायल किए हैं, सौ लोगों पर क्लीनिकल स्टडी की गई उसमें 95 लोगों ने हिस्सा लिया। तीन दिन में 69 प्रतिशत मरीज ठीक हो गए, सात दिन में सौ प्रतिशत मरीज ठीक हो गए।”
वही आचार्य बालकृष्ण ने कहा, आज पतंजलि परिवार के लिए बहुत बड़ा दिन है। मानवता की सेवा में विनम्र प्रयास पूरा होने की खुशी आप सब से साझा करते हुए अत्यंत हर्ष का अनुभव हो रहा है। पतंजलि के सभी वैज्ञानिकों एनआइएमएस यूनिवर्सिटी के डॉक्टर बलवीर सिंह व सभी डॉक्टरों को बधाइयां आपका प्रयास आज साकार हो रहा है आयुर्वेद अब अपने अतीत के वैभव को प्राप्त कर शक्ति संपन्न बनेगा।
बालकृष्ण ने आगे कहा कि पतंजलि सेवा का दूसरा नाम है यह शब्दों से नहीं कर्मों से झलकता है। रामदेव का नेतृत्व हमें ऊर्जा देता है, सृजन तो परमात्मा की कृपा है, हम तो निमित्त मात्र हैं।