आरयू संवाददाता, लखनऊ। पीजीआइ इलाके में गुरुवर को पानी की टंकी पर चढ़े युवक ने काफी देर तक हंगामा किया। युवक टंकी से कूदकर जान देने की बात कह रहा था। इस बीच मौके पर पहुंची पुलिस ने काफी मनाने के बाद उसे नीचे उतारा। युवक परिवारिक प्रताड़ना से तंग आकर टंकी पर चढ़ा था। पीजीआइ पुलिस मामले की जांच करने के साथ ही युवक के परिजनों से भी बातचीत कर रही है।
बताया जा रहा है कि आज सुबह लोगों की निगांह से बचकर वृंदावन कॉलोनी के सेक्टर पांच स्थित पानी टंकी पर एक युवक चढ़ गया। जहां से वह कूदकर जान देने की धमकी देने लगा तो कुछ ही देर में मौके पर लोगों की भीड़ जमा हो गयी। लोगों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पीजीआइ पुलिस युवक को नीचे उतारकर कोतवाली ले गयी।
इंस्पेक्टर पीजीआइ केके मिश्र ने मीडिया को बताया कि टंकी पर चढ़ने वाले युवक विजय रावत के पिता की मौत के बाद उसकी मां गंगादेई ने मकान बेच दिया था। साथ ही विभाग से मिली ग्रेच्युटी भी अपने पास रख ली थी।
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विजय ने पुलिस को बताया कि उसके छोटे भाई अमरनाथ को पिता की जगह अनुकम्पा के आधार पर नौकरी मिल गई थी। मगर, विजय को परिवार की तरफ से किसी भी चीज में हिस्सा नहीं दिया गया। जिसके कारण वह परेशान हो चुका है।
विजय के मुताबिक पुश्तैनी मकान बेचे जाने पर उसने मां के खिलाफ मुकदमा दायर किया था। इस बीच वर्ष 2011 में खरीदार बबिता ने पुलिस की मदद से मकान पर कब्जा कर लिया। जिसके बाद से ही वह पत्नी सरोज, बेटी डॉली व रोली के साथ किराये के मकान में रह रहा है। इंस्पेक्टर पीजीआइ के अनुसार युवक के परिजनों से बात कर उसकी हर संभव सहायता की जाएगी।