आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की परीक्षा में गड़बड़ी को गंभीरता से लेते हुए रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि युवाओं के भविष्य से खेलने वालों को सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।
सीएम ने आज मीडिया से कहा कि आयोग की परीक्षाओं में गड़बड़ी की शिकायत पर सरकार ने कार्रवाई की है। लोक सेवा आयोग एक स्वायत्त संस्था है और राज्य सरकार उसके कामकाज में हस्तक्षेप नहीं करती, लेकिन परीक्षाओं में किसी भी तरह की गड़बड़ी ना हो, यह सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी राज्य सरकार की है।
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मुख्यमंत्री का यह बयान राज्य लोक सेवा आयोग के हाल के घटनाक्रम के बाद पहली बार सार्वजनिक रूप से आया है। यहां बताते चलें आयोग की परीक्षा नियंत्रक गिरफ्तार हो चुकी हैं। आयोग की गतिविधियां ठप हैं। पीसीएस एसोसिएशन ने अपने काडर की गिरफ्तार अधिकारी व परीक्षा नियंत्रक अंजू के साथ कार्रवाई में जल्दबाजी करने का आरोप लगाते हुए मजबूती से खड़े होने का एलान किया है। माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री का बयान सभी के लिए संदेश है।
वहीं आज योगी ने यूपी की पिछली अखिलेश सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी सरकार के कार्यकाल में आयोग में गलत लोगों की भर्ती हुई जिसकी वजह से धांधली के प्रकरण सामने आ रहे हैं। किसी को भी कानून से खिलवाड़ नहीं करने देंगे सभी आयोगों के प्रमुखों को स्पष्ट कर दिया है कि प्रतियोगी परीक्षाओं में पारदर्शिता होनी चाहिए। साथ ही राज्य के युवाओं को यह भरोसा दिलाने चाहते हैं कि जो लोग आपके भविष्य के साथ खेलने की कोशिश करेगा उसे सलाखों के पीछे डाल दिया जायेगा।
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गौरतलब है कि यूपीपीएससी की एलटी ग्रेड शिक्षकों के 10,768 पदों के लिए पिछले साल 29 जुलाई को हुई परीक्षा का पर्चा एक दिन पहले ही लीक होने के मामले में प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने आयोग की परीक्षा नियंत्रक अंजूलता कटियार को बीते गुरुवार को गिरफ्तार किया था। एसटीएफ की जांच में अंजूलता की नकल माफिया के साथ साठगांठ का खुलासा हुआ है। इस परीक्षा का प्रश्नपत्र कोलकाता के प्रिंटिंग प्रेस के मालिक कौशिक कुमारकर के प्रेस में होनी थी, जिसे पर्चा लीक करने के आरोप में पहले ही डिफॉल्टर घोषित किया जा चुका था। कौशिक के यहां से यूपीपीएससी की होने वाली मुख्य परीक्षा का प्रश्नपत्र भी बरामद हुआ था। इस खुलासे के बाद आयोग ने पीसीएस, एसीएफ और आरएफओ मुख्य परीक्षाओं समेत कुल दस परीक्षाओं को स्थगित कर दिया है।