आरयू वेब टीम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को गूगल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) सुंदर पिचाई से बातचीत की और इस विश्वविख्यात कंपनी द्वारा शिक्षा, डिजिटल इंडिया और डिजिटल भुगतान को मजबूत करने के लिए किये जा रहे प्रयासों पर प्रसन्नता जताई। इस बातचीत के ठीक बाद सुंदर पिचाई ने भारत में 75,000 करोड़ रुपये निवेश करने की घोषणा की।
प्रधानमंत्री ने इसकी जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से ट्वीट कर दी। उन्होंने कहा कि, ‘‘आज सुबह मेरा सुंदर पिचाई से बहुत ही लाभदायक संवाद हुआ। हमारे बीच कई विषयों पर बातचीत हुई, विशेषकर भारतीय किसानों, युवाओं और उद्यमियों की जिंदगी में बदलाव लाने के लिए तकनीक की शक्ति का फायदा उठाने के संबंध में।’’
उन्होंने कहा कि बातचीत के दौरान कोविड-19 के मद्देनजर विकसित हो रही नई कार्य संस्कृति के अलावा खेल जैसे क्षेत्रों में इस महामारी के चलते पैदा हुई चुनौतियों के बारे में भी पिचाई से चर्चा हुई। दोनों के बीच डेटा सुरक्षा और साइबर सुरक्षा के महत्व पर भी बातचीत हुई।
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प्रधानमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘गूगल द्वारा शिक्षा, डिजिटल इंडिया, डिजिटल भुगतान को और मजबूत करने सहित अन्य विभिन्न क्षत्रों में किये जा रहे प्रयासों को जानकर मुझे अति प्रसन्नता हुई।’’ भारतीय मूल के सुंदर पिचाई गूगल का सीईओ बनने से पहले कंपनी में सीनियर वाइस प्रेसीडेंट थे। चेन्नई में 1972 में जन्मे सुंदर पिचाई का मूल नाम पिचाई सुंदरराजन है, लेकिन उन्हें सुंदर पिचाई के नाम से जाना जाता है।
वहीं पिचाई ने कहा कि ‘‘आज मैं ‘गूगल फॉर इंडिया डिजिटलीकरण कोष’ की घोषणा करते हुए रोमांचित महसूस कर रहा हूं। इस पहल के तहत हम अगले पांच से सात साल में भारत में दस अरब डालर यानी 75,000 करोड़ रुपये का निवेश करेंगे।’’
उन्होंने कहा कि हमारा निवेश भारत के डिजिटलीकरण के चार प्रमुख क्षेत्रों पर केंद्रित होगा। इसमें हर भारतीय तक उसकी भाषा में सस्ती पहुंच और सूचनाओं को उपलब्ध कराना, भारत की जरूरत के मुताबिक नए उत्पाद और सेवाओं का निर्माण करना, कारोबारियों को डिजिटल बदलाव के लिए सशक्त करना और स्वास्थ्य, शिक्षा एवं कृषि जैसे क्षेत्रों में सामाजिक भलाई के लिए कृत्रिम मेधा और प्रौद्योगिकी लाभ पहुंचाना शामिल है।