मोदी की कैबिनेट ने कुशीनगर हवाई अड्डे को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट किया घोषित, इन प्रस्तावों को भी हरी झंडी

शिरोमणि अकाली दल
फाइल फोटो।

आरयू वेब टीम। देश में बढ़ते कोरोना संकेट के बीच मोदी सरकार ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में कई फैसले लिए हैं, जिसमें पशुधन विकास के लिए फंड और कुशीनगर हवाई अड्डा अंतरराष्‍ट्रीय हवाई अड्डा घोषित किया जाना शामिल है।

कैबिनेट के अहम फैसलों की जानकारी मीडिया को देते हुए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने उत्तर प्रदेश के कुशीनगर हवाई अड्डे को अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा घोषित करने की मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि थाईलैंड, जापान, मलेशिया, वियतनाम, श्रीलंका जैसे देशों से बहुत से अनुयायी यहां आना चाहते हैं। कुशीनगर महात्मा बुद्ध की निर्वाण स्थली है, इसलिए अब ये अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के तौर पर विकसित होगा। कुशीनगर एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का दर्जा मिलने से बौद्ध धर्म के अनुयायियों को कुशीनगर आने में आसानी होगी।

इसके अलावा मोदी सरकार ने पशुधन विकास के लिए 15000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। इससे कोरोना संकट के बीच आर्थिक रूप से प्रभावित दूध उत्‍पादकों को बड़ा लाभ मिलेगा। दूध का उत्पादन भी बढ़ेगा और लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा।

वहीं केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) आयोग का कार्यकाल छह महीने बढ़ाने का फैसला किया है। उन्होंने कहा कि आयोग को अन्य पिछड़े वर्गों से संबंधित विभिन्न सिफारिशें करने का काम सौंपा गया था, लेकिन कोरोना वायरस प्रकोप के कारण यह काम प्रभावित हुआ। आयोग को अन्य पिछड़े वर्गों के अंदर वर्गीकरण के मुद्दे पर गौर करने की भी जिम्मेदारी दी गयी है। आयोग का कार्यकाल 31 जनवरी, 2021 तक बढ़ाया गया है। ओबीसी कमिशन अब इस बात का भी ध्यान रखेगा कि स्पेलिंग मिस्टेक की वजह से किसी जाति के लोगों को आरक्षण के लाभ से वंचित न होना पड़े।

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उन्‍होंने आगे कहा कि सरकार ने आज अपनी प्रमुख योजना प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (पीएमएमवाई) के तहत शिशु कर्ज श्रेणी के कर्जदाताओं को दो प्रतिशत ब्याज सहायता देने को मंजूरी दी, जबकि शिशु श्रेणी के अंतर्गत लाभार्थियों को 50,000 रुपये तक कर्ज बिना किसी गारंटी के दिया जाता है। सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पीएमएमवाई के तहत शिशु कर्ज श्रेणी के कर्जदाताओं को दो प्रतिशत ब्याज सहायता देने को मंजूरी दी है। पात्र कर्जदाताओं को 31 मार्च 2020 तक के बकाया ऋण पर ब्याज सहायता 12 महीने के लिये मिलेगी।

बैठक के बाद संवाददाताओं को जानकारी देते हुये सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि शहरी सहकारी बैंकों और बहु- राज्यीय सहकारी बैंकों को रिजर्व बैंक के बेहतर परिचालन के वास्ते रिजर्व बैंक के निरीक्षण के दायरे में लाया जायेगा। अब तक केवल वाणिज्यिक बैंक ही रिजर्व बैंक के निरीक्षण के तहत आते रहे हैं, लेकिन अब सहकारी बैंकों का निरीक्षण भी रिजर्व बैंक करेगा। जावड़ेकर ने कहा, जमाकर्ताओं को भरोसा मिलेगा की उनका पैसा सुरक्षित है।

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