आरयू वेब टीम।
भोपाल से भाजपा प्रत्याशी बनने के बाद से लगातार प्रज्ञा सिंह ठाकुर एक के बाद एक विवादित बयान देकर सुर्खियों में बनीं हुई हैं। वहीं दूसरी ओर प्रज्ञा ठाकुर के बयान पर चुनावी घमासान मचा है। इस दौरान उन्होंने एक नया विवादास्पद बयान देकर चुनावी आग में घी डालने का काम कर दिया है। अयोध्या के विवादित ढांचे वाली उनकी नई टिप्पणी पर चुनाव आयोग ने फौरन संज्ञान लेकर उनसे एक दिन में जवाब-तलब किया है।
बाबरी ढांचे से जुड़े विवादित बयान पर रविवार को भी साध्वी कायम रहीं। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा, हां, मैं अयोध्या गई थी। मैंने कल भी ये कहा था। मैं मना नहीं कर रही। मैंने ढांचे को तोड़ा था। मैं वहां जाकर राम मंदिर निर्माण में भी मदद करूंगी। कोई हमें ऐसा करने से नहीं रोक सकता। राम राष्ट्र हैं, राष्ट्र राम हैं। इस पर भोपाल के जिला निर्वाचन अधिकारी ने साध्वी प्रज्ञा से एक दिन के भीतर उस बयान पर जवाब मांगा है
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गौरतलब है कि इससे पहले उन्होंने हेमंत करकरे को श्राप देने वाला अपना बयान वापस भी ले लिया था, लेकिन उसको लेकर जारी हंगामा थमने का नाम नहीं ले रहा है। शहीदों को मिले सम्मान-हूडा इस बीच लेफ्टिनेंट जनरल (रि.) डीएस हूडा ने भी हेमंत करकरे को लेकर दिए गए उनके बयान की निंदा की है। हूडा ने कहा है, “हां, जब शहीद के बारे में ऐसी बातें कही जाती हैं, तो इससे दुख पहुंचता है, चाहे वह आर्मी हो या पुलिस, उन्हें पूरा सम्मान दिया जाना चाहिए। ऐसी भाषा अच्छी नहीं है।”
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बताते चलें कि जब से बीजेपी ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को भोपाल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के मुकाबले में उतारा है, उनको लेकर हंगामा मचा हुआ है। पहले उनके मालेगांव धमाकों में आरोपी होने के बावजूद टिकट मिलने पर बीजेपी पर सवाल उठाए गए।
इसी बीच उन्होंने अयोध्या में विवादित ढांचा गिराने में खुद के शामिल होने की बात कहकर नए विवाद को जन्म दे दिया है। अब देखना है कि वो जिला निर्वाचन अधिकारी की नोटिस का क्या जवाब देती हैं और आयोग उस पर क्या फैसला लेता है।