प्रियंका का योगी पर हमला, झूठे प्रचार में माहिर है भाजपा सरकार व उसकी पुलिस

पेपल लीक
फाइल फोटो।

आरयू ब्यूरो,लखनऊ। उन्नाव में गैंगरेप पीड़िता को जिंदा जलाने के बाद हुई पीड़िता की मौत से लोगों मे कानून-व्यवस्था को लेकर आक्रोश है। वहीं लगातार ऐसी घटनाओं के कारण योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर बनी हुई है। इसी क्रम में रविवार को कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने एक बार फिर महिला अपराधों के साथ कानून-व्यवस्था को लेकर योगी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार और उसकी पुलिस झूठे प्रचार में माहिर है।

प्रियंका गांधी ने आज सोशल मीडिया के माध्यम से एक खबर पोस्ट करते हुए ट्वीट कर कहा कि ”उन्नाव पुलिस का थाने में शिकायत लेकर गई महिला के साथ व्यवहार देखिए। ऐसा तब जब वहीं पर एक दर्दनाक घटना घट चुकी है। भाजपा सरकार और उसकी पुलिस झूठे प्रचार में माहिर है। असलियत ये है कि फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने का प्रस्ताव अभी तक उत्तर-प्रदेश सरकार ने लटका के रखा है।”

वहीं कांग्रेस महासचिव ने उन्नाव गैंगरेप पीड़िता के परिवार से मुलाकात की। इससे पहले उन्होंने योगी सरकार से सवाल पूछा कि, उन्नाव की पिछली घटना को ध्यान में रखते हुए सरकार को तत्काल पीड़िता को सुरक्षा क्यों नहीं दी गई? जिस अधिकारी ने उसका एफआइआर दर्ज करने से मना किया उस पर क्या कार्रवाई हुई?

यह भी पढ़ें- उन्‍नाव: गैंगरेप पीड़िता को जिंदा जलाने पर प्रियंका ने कहा, गृह मंत्री व मुख्‍यमंत्री ने बोला साफ-साफ झूठ

बता दें कि उन्नाव में गैंगरेप पीड़िता की मौत के बाद भले ही देश में गुस्से का माहौल हो, लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस के काम करने के तरीके में अबतक कोई खास सुधार नहीं आया है। उन्नाव के जिस गांव में पीड़िता को आग के हवाले किया गया था, उसी गांव में एक महिला जब थाने में दुष्कर्म के प्रयास किए जाने की शिकायत करने पहुंची तो उसे वहां से भगा दिया गया।

महिला का आरोप है कि थाने में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे यह कहकर वहां से भगा दिया कि रेप होने के बाद यहां आना। महिला ने आरोप लगाया कि पुलिस स्टेशन में एक सिपाही ने उससे कहा कि अभी तो बलात्कार नहीं हुआ है, जब ऐसा होगा तब आना। अभी तक उसकी शिकायत दर्ज नहीं की गई है।

यह भी पढ़ें- उन्‍नाव पहुंचीं प्रियंका से पीड़िता के पिता ने बयां की दर्दभरी आपबीती, सालभर से आरोपित पूरे परिवार को कर रहे थे प्रताड़ित

महिला ने स्‍थानीय मीडिया को बताया कि कुछ महीने पहले जब वह दवा लेने जा रही थी, तब गांव के तीन पुरुषों ने उसे रोक लिया और उसके कपड़े खींचने लगे। तीनों ने मेरे साथ बलात्कार करने की कोशिश की, लेकिन वह किसी तरह उनके चंगुल से बचकर भाग गई। उसने सभी आरोपितों की पहचान भी कर ली थी, लेकिन उसकी शिकायत दर्ज नहीं की गई। उसे थाने से बाहर निकाल दिया गया और उसे बलात्कार हो जाने के बाद आने के लिए कहा गया। महिला ने बताया कि वह तीन महीने से थाने आ रही है, लेकिन कोई थी उसकी बात सुनने को तैयार नहीं है।

महिला का कहना है कि घटना के बाद मैंने 1090 (महिला हेल्पलाइन) को फोन किया, लेकिन उन्होंने मुझे उन्नाव पुलिस को मामले की रिपोर्ट करने को कहा। तीनों आरोपित अब उसे जाने से मारने की धमकी भी दे रहे हैं। महिला ने कहा,’वे मेरे घर पर हर रोज आते हैं और मुझे शिकायत करने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देते हैं।’

यह भी पढ़ें- प्रियंका गांधी का योगी सरकार पर हमला, कहा पूरा प्रशासन चिन्मयानंद को लगा रहा गले