आरयू वेब टीम। अहमदाबाद में हुए भीषण विमान हादसे के मृतकों की पहचान के लिए डीएनए जांच का सहारा लिया गया। जिसके विषय में रविवार को स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने जानकारी दी कि 32 मृतकों की पहचान डीएनए टेस्टिंग के माध्यम से की जा चुकी है, जबकि अब तक 12 परिवार अपने स्वजन के शवों की पहचान कर चुके हैं।
वहीं गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी इस हादसे में निधन हुआ था। उनकी पहचान भी डीएनए टेस्ट से कर ली गई है। राज्य के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने इस संबंध में पुष्टि की। सरकार की ओर से हादसे के पीड़ित परिवारों के सहयोग के लिए 230 टीमें गठित की गई थीं, जो समन्वय का कार्य देख रही हैं। इसी के साथ गुजरात सरकार ने परिजनों को शव सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
जिसके तहत राज्य सरकार ने 192 एंबुलेंस विभिन्न जिलों से मंगाई हैं। इन एंबुलेंस में ड्राइवर के साथ सपोर्ट स्टाफ भी मौजूद है। करीब एक हजार लोगों की विशेष टीम शवों को परिजनों तक पहुंचाने के कार्य में लगी हुई है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि शवों को उनके घर तक पहुंचाने में किसी प्रकार का शुल्क नहीं लिया जाएगा। अब तक 31 डीएनए नमूनों का मिलान हो चुका है, जिनमें से 13 शवों को उनके परिवारों को सौंपा जा चुका है।
वहीं अहमदाबाद सिविल अस्पताल की ओर से हर दो घंटे में मेडिकल बुलेटिन जारी किया जा रहा है। वहां 590 डॉक्टर और पैरामेडिकल कर्मी 24 घंटे कार्यरत हैं। जैसे ही किसी मृतक की पहचान होती है, संबंधित दस्तावेजों की औपचारिकताएं पूरी कर शव परिजनों को सौंपा जा रहा है। शव लेने आए परिजनों के लिए आवागमन की अलग व्यवस्था की गई है।
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गौरतलब है विमान ने सरदार वल्लभभाई पटेल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद मेघानीनगर स्थित मेडिकल कॉलेज परिसर में दुर्घटनाग्रस्त होकर आग की चपेट में आ गया था। हादसे में एमबीबीएस के पांच छात्रों समेत 241 यात्रियों की मौत हो गई। सिर्फ एक यात्री बच पाया। शवों की स्थिति इतनी भयावह है कि अधिकांश बुरी तरह से जल या क्षत-विक्षत हो चुके हैं।