आरयू ब्यूरो,लखनऊ/वाराणसी। पूर्व चर्चित आइपीएस अफसर अमिताभ ठाकुर एक बार फिर सुर्खियों में आ गए हैं। इस बार चर्चा किसी पोस्ट को लेकर नहीं, बल्कि रंगदारी मांगने का आरोप है। दरअसल वाराणसी के अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पूर्व आइपीएस अमिताभ ठाकुर समेत दस के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए बुधवार को प्रार्थना पत्र दिया गया। शिकायतकर्ता सराय गोबर्धन निवासी विकास सिंह का आरोप है कि उससे 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगी गई। रंगदारी नहीं देने पर हत्या कराने की धमकी दी गई है। इसलिए मुकदमा दर्ज कर विवेचना कराए जाने का अदालत से अनुरोध किया गया है।
अदालत ने सीआरपीसी की धारा 156-3 के तहत विकास सिंह के अधिवक्ता देशरत्न श्रीवास्तव की तरफ से दिए गए प्रार्थना पत्र पर चेतगंज थाने से छह अगस्त को रिपोर्ट तलब की है। विकास सिंह के अनुसार वह नीलगिरी इंफ्रासिटी कंपनी का डायरेक्टर है। उसकी कंपनी जमीन के क्रय-विक्रय का कारोबार करती है। रुपए की आवश्यकता पड़ने पर उसने कई लोगों से ब्याज पर पैसा लिया जिसमें से ज्यादातर लोगों का कुछ पैसा वापस कर चुका है।
आरोप है पूर्व आइपीएस ने पैसा देने वाले नौ लोगों को अपनी साजिश में लेकर 50 लाख रुपए की मांग की। पैसा नहीं देने पर फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दी। इसके अलावा आरोप है कि बीती 26 जुलाई को मलदहिया स्थित उसके ऑफिस में सभी आरोपित घुस गए। 50 लाख की मांग करते हुए तोड़फोड़ की। पैसा न देने पर सभी ने जान से मारने की धमकी दी।
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ऑफिस के कर्मचारियों द्वारा पुलिस को सूचना देने पर सभी भग गए। रजिस्टर्ड डाक से पुलिस आयुक्त को सूचित किए जाने पर भी जब कार्रवाई नहीं हुई तब उसने अदालत में प्रार्थना पत्र दाखिल किया। प्रार्थना पत्र में अमिताभ ठाकुर के अलावा चंदन चौरसिया, मंजूषा, संजीव कुमार, सत्य प्रकाश, दिनेश चंद्र, अजय प्रसाद सिंह, दयानंद, दीपांशु शर्मा और चेतलाल शाहू को पक्षकार बनाया गया है।
बता दें कि विकास सिंह के खिलाफ बीते महीने में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर और उनकी पत्नी सोशल एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर ने वाराणसी के पुलिस कमिश्नर से शिकायत की थी। ठाकुर दंपति का आरोप है कि जमीन में निवेश करवाकर मुनाफा कमाने के नाम पर विकास कई लोगों को लाखों की चपत लगा चुका है, जिन्होंने विकास की कंपनी में निवेश किया था अब वो पैसा मांगते हैं तो उनके साथ बदसलूकी और मारपीट की जाती है।
विकास के खिलाफ धोखाधड़ी सहित अन्य आरोपों में चेतगंज सहित अन्य थानों में मुकदमे भी दर्ज हैं। अदालत में दिए गए प्रार्थना पत्र में विकास ने पूर्व आइपीएस के अलावा जिन अन्य नौ लोगों को आरोपी बनाया है, उनकी तहरीर के आधार पर उसके और उसकी पत्नी ऋतु के खिलाफ बीती 26 जुलाई को चेतगंज थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था।