आरयू वेब टीम। देश की राजधानी दिल्ली के नरेला इंडस्ट्रियल एरिया में आज सुबह एक बड़ी आग लग गयी। जूते-चप्पल की फैक्ट्री में लगी इस आग में दो लोगों की जलकर दर्दनाक तरीके से मौत हो गयी, जबकि 18 कर्मचारी झुलस गए हैं। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जिस समय आग लगी उस समय फैक्ट्री में सैकड़ों कर्मचारी काम कर रहें थे। जिसमें कई को समय रहते बाहर निकलने का भी मौका नहीं मिला। बिल्डिंग को भी अवैध तरीके से पूरा घेरकर बनाया गया था। पुलिस मामले की जांच करने के साथ ही आग लगने की वजह का पता लगाने की बात कह रही है।
दिल्ली फायर ऑफिसर संदीप दुग्गल ने मीडिया को बताया कि जहां आग लगी है वहां जुते-चप्पल बनाने का काम होता था। आग बुझाने में 15 गाड़ियां लगायी गयीं हैं। यहां के एक ठेकेदार के मुताबिक छत के माध्यम से 300 लोग सुरक्षित बाहर निकल आए थे। आग के कारण का पता नहीं चल पाया है। अभी कूलिंग में 2-3 घंटे और लगेंगे।
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वहीं दिल्ली पुलिस के अनुसार आग लगने की सूचना के बाद दस गाड़ियां शुरूआत में भेजी गयी थीं। हादसे में दो लोगों की मौत हुई है। मृतकों के पहचान की कोशिश की जा रही है।
दूसरी ओर अग्निकांड को लेकर कर्मचारियों व आसपास के लोगों में रोष है। लोगों का आरोप है कि छोटी सी बिल्डिंग में तीन सौ से ज्यादा लोगों को भरकर फैक्ट्री चलाई जा रही थी। पूरी तरह कवर करके बनाई गयी बिल्डिंग में न तो आग से निपटने का पर्याप्त इंतजाम था और न ही आग लगने पर सही तरीके से बाहर निकलने का, यही वजह है कि दिन के उजाले में भी आग लगने पर सभी लोग समय से बाहर नहीं निकल पाए और कम से कम 20 कर्मचारी इसका शिकार हो गए, जिनमें से दो की मौत हो चुकी है। इसके गुनाहगार फैक्ट्री मालिक के अलावा सरकारी विभागों में तैनात ऐसी फैक्ट्री को चलने देने की छूट देने वाले अधिकारियों पर भी हत्या कर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा जाना चाहिए।