राज्यसभा: मंत्रियों को वेंकैया नायडु की सलाह, ‘विनती’ करने की ‘साम्राज्यवादी’ सोच छोड़ें

वेंकैया नायडु की सलाह
फाइल फोटो।

आरयू वेब टीम। 

राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडु ने आज एक बार फिर मंत्रियों को ‘विनती’ शब्‍द का प्रयोग न करने की सलाह दी। उन्‍होंने कहा कि सरकारी दस्तावेजों को सदन के पटल पर रखते समय ‘कृपया विनती मत करिए’। उन्‍होंने सुझाव देते हुए कहा कि विनती की जगह मंत्री कह सकते हैं कि ‘‘मेरे नाम के समक्ष उल्लिखित दस्तावेज सदन के पटल पर रखने के लिए मैं खड़ा हुआ हूं।’

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इससे पहले नायडु ने वर्तमान शीतकालीन सत्र शुरू होने के पहले ही दिन मंत्रियों को ‘‘विनती’’ करने की ‘साम्राज्यवादी’ सोच को छोड़ देने की सलाह दी थी। वहीं आज एक बार फिर जब विधि राज्य मंत्री पी पी चौधरी ने दस्तावेज रखते समय ‘निवेदन’ शब्द का इस्तेमाल किया तो अपने सुझाव की याद दिलाते हुए नायडु ने चौधरी से कहा कृपया विनती मत करिए। उन्‍होंने आशंका जताते हुए यह भी कहा कि हो सकता है कि जब पहले यह सुझाव दिया हो तो चौधरी सदन में उपस्थित नहीं रहे हों, जिसके बाद में चौधरी ने अन्य दस्तावेज सदन के पटल पर रखे तो उन्होंने इस शब्द का प्रयोग नहीं किया।

सभापति ने कहा कि हरिप्रसाद की टिप्पणी का कल सदन की कार्यवाही में कोई उल्लेख नहीं किया गया है। इससे पहले सदन की कार्यवाही शुरू होने पर नायडु ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा स्वदेशी तकनीक से विकसित एडवांस एरिया डिफेंस (आड) खोजी मिसाइल के कल (गुरुवार) सफल परीक्षण पर संगठन के वैज्ञानिकों को सदन की ओर से बधाई दी। नायडु ने इसे रक्षा अनुसंधान के क्षेत्र में डीआरडीओ की अहम उपलब्धि बताते हुए वैज्ञानिकों से सफलता के सिलसिले को जारी रखने की कामना की।

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