आरयू ब्यूरो, लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा है। अखिलेश ने कहा है कि महंगाई व भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच गया है, काला बाजारी और जमाखोरी पर सरकार का कोई अंकुश नहीं है, लेकिन बर्बादी के इन दिनों में भी योगी सरकार को बस यही सूझ रहा है कि “राम नाम सत्य व जेहाद” बोल दो, जबकि सरकार के पौने चार साल के कार्यकाल में जनता की दिक्कतें घटने की जगह बढ़ती जा रही हैं।
आज अपने एक बयान में यूपी के पूर्व सीएम ने मीडिया से यह भी कहा है कि यूपी में चाहे किसान का कर्ज के बोझ तले दबकर निकल जाए, बेकारी से परेशान नौजवान फांसी पर लटक जाए, बीमारी से किसी की सांसें अटक जाएं, बच्चियां अपनी लाज बचाने को जहर खा लें, मंहगाई की मार से कोई सपरिवार आत्महत्या कर ले, इन सबसे भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। उनको हर मसले के हल का एक ही मंत्र याद है ‘राम नाम सत्य‘ कर दो।
भाजपा सरकार को अपने भी वादे याद नहीं
अखिलेश ने आगे कहा कि जो सरकार चारों पहर ‘राम नाम सत्य‘ का जाप करती हो वह किसी के बारे में शुभ सोच ही नहीं सकती है। वैसे भी भाजपा नेतृत्व को विकास के बारे में सोचने, जनहित की योजनाएं लाने और गरीब को राहत पहुंचाने के लिए समय नहीं है। इस भाजपा सरकार को अपने वादे भी याद नहीं है। किसानों को फसल की लागत का डेढ़ गुना मूल्य देने, आय दुगनी करने, नौजवान को हर वर्ष नौकरियों का थोक तोहफा देने, व्यापारियों की मदद करने, और हरेक के खाते में 15 लाख रूपए भेजने जैसी फरेबी बातें हवा में ही रह गई है।
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बीजेपी-आरएसएस की पुरानी रणनीति नफरत फैलाकर समाज को बांटना
लव जेहाद के विरोध में बनाए गए कानून को लेकर पूर्व सीएम ने कहा कि मुख्यमंत्री जेहादी उन्माद फैलाकर फिर जनता को भटकाने की कोशिश में लग गए हैं। नफरत फैलाकर समाज को बांटने की भाजपा व आरएसएस की पुरानी रणनीति है। रोज नए-नए कानून अपनी अकर्मण्यता छुपाने के लिए ही लाए जा रहे हैं।
जनता ने भी कर लिया सरकार के ‘राम नाम सत्य‘ का इरादा
अंत में अखिलेश ने कहा कि यूपी में भाजपा सरकार के बनते ही अपराध और भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की बात बड़े जोर-शोर से की गई थी, वह तो कहीं साकार होती दिखी नहीं। जनता भी समझ गई है कि जुमलेबाजी और तुक्केबाजी वाली सरकार से उसका कोई भला होने वाला नहीं है। इसीलिए उसने भी साल 2022 के विधानसभा चुनावों में इस नाकामयाब और नाकाबिल सरकार का ‘राम नाम सत्य‘ करने का इरादा कर लिया है।