आरयू वेब टीम। पुरस्कारों के साथ आपको जिम्मेदारी भी मिली है। हर किसी की आपसे अपेक्षा भी बढ़ गई है। आपको दबाव नहीं लेना है, इनसे प्रेरणा लेनी है। आजादी की लड़ाई में वीर बाला कनकलता बरुआ, खुदीराम बोस जैसे वीरों का ऐसा इतिहास है जो हमें गर्व से भर देता है।’
उक्त बातें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेताओं से बातचीत के दौरान बच्चों को संबोधित कर कही। साथ ही पीएम ने ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हुए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के विजेताओं को डिजिटल सर्टिफिकेट दिए। इस दौरान बच्चों के साथ उनके माता-पिता और संबंधित जिलों के डीएम भी मौजूद रहे। इस साल कुल 29 बच्चों को राष्ट्रीय बाल पुरस्कार-2022 के लिए चुना गया है, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 32 था।
बच्चों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘आप सबको इन पुरस्कारों के लिए बधाई। आज नेशनल गर्ल चाइल्ड डे भी है। मैं देश की सभी बेटियों को भी बधाई देता हूं। शुभकामनाएं देता हूं। आपके माता-पिता और टीचर्स को भी विशेष बधाई।’
मोदी ने युवाओं से कहा- आप जैसे स्वच्छता अभियान के लिए सामने आए। आप वोकल फॉर लोकल अभियान के लिए भी सामने आइए। आप लोग लिस्ट बनाइए और देखिए कि जिन चीजों का इस्तेमाल आप करते हैं, ऐसे कितने प्रोडक्ट हैं, जो भारत में नहीं बने हैं और विदेशी हैं। इसके बाद घर के लोगों से आग्रह करें कि भविष्य में जब भी वैसे प्रोडक्ट खरीदे जाएं तो वो भारत में बने हों। उसमें भारत की मिट्टी की सुगंध हो, भारत के युवा के पसीने की सुगंध हो। उससे हमारा प्रोडक्शन बढ़ जाएगा और इससे रोजगार के लिए नए अवसर बनेंगे।
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प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार भारत में रहने वाले बच्चों को मान्यता के रूप में दिया जाता है। भारत सरकार इन पुरस्कार के तहत नवाचार, खेल, कला और संस्कृति, सामाजिक सेवा, स्कूली क्षेत्र और बहादुरी के क्षेत्र में असाधारण क्षमताओं और उत्कृष्ट उपलब्धियों वाले बच्चों को सम्मानित करती है।
प्रत्येक पुरस्कार विजेता को एक मेडल, एक लाख रुपये कैश और सर्टिफिकेट दिया गया। पिछले साल के बाल पुरस्कार विजेता, जिन्हें कोविड -19 महामारी के कारण समारोह को ऑनलाइन मोड में आयोजित करने के बाद सर्टिफिकेट नहीं मिल सका, उन्हें भी इस बार डिजिटल सर्टिफिकेट दिया गया है।
बता दें कि ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी में ब्लॉक के मायने बहुत सारे डेटा ब्लॉक्स से है। इसके जरिए अलग-अलग ब्लॉक्स में डेटा को स्टोर किया जाता है, ये एक-दूसरे से जुड़े होते हैं। इस वजह से डेटा की एक लंबी चैन बनती जाती है। नया डेटा आने पर उसे एक नए ब्लॉक में स्टोर किया जाता है। ब्लॉकचैन में जानकारी पूरे सटीक डाटा के साथ दर्ज की जाती है। पिछले साल कला और संस्कृति के क्षेत्र में सात पुरस्कार दिए गए थे। नवाचार के लिए नौ पुरस्कार और शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए पांच पुरस्कार दिए गए थे।