आरयू वेब टीम। कोरोना वायरस महामारी के बीच प्रवासी मजदूरों को घर वापस पहुंचाने के लिए श्रमिक ट्रेनों का संचालन हो रहा है। इस बीच सफर के दौरान श्रमिक ट्रेनों में मजदूरों की मौत की खबरें भी सामने आ रही हैं। श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में नौ मौतें होने के बाद अब रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को लोगों से अपील की है कि जिन लोगों को गंभीर बीमारी है, वो ट्रेन में तभी सफर करें जब काफी जरूरी हो।
शुक्रवार सुबह पीयूष गोयल की ओर से ट्विटर पर एक नोट जारी किया गया। इस ट्वीट में पीयूष गोयल ने लिखा, ‘मेरी सभी नागरिकों से अपील है कि गंभीर रोग से ग्रस्त, गर्भवती महिलाएं, व 65 से अधिक व दस वर्ष से कम आयु के व्यक्ति श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में बहुत आवश्यक होने पर ही यात्रा करें। रेल परिवार यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।’
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रेल मंत्री की ओर से लिखा गया है कि गृह मंत्रालय ने 17 मई को एक आदेश जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि हाई ब्लडप्रेशर, मधुमेह, हार्ट से जुड़ी कोई दिक्कत, कैंसर समेत गंभीर बीमारी वाले लोग, गर्भवती महिलाएं, 65 की उम्र से अधिक वाले और दस साल के कम बच्चे रेल यात्रा करने से बचें, अगर बहुत जरूरी हो तभी वो यात्रा करें।गौरतलब है कि 27 मई को 48 घंटे के अंदर श्रमिक ट्रेन में कम से कम नौ यात्रियों की मौत हो गई। रेलवे का कहना है कि इन सभी का स्वास्थ्य ठीक नहीं था।
वहीं दूसरी ओर कुछ श्रमिक ट्रेनें काफी लेट चल रही हैं या फिर अपने रास्ते से ही भटक गई हैं। बीते दिनों सूरत से बिहार के लिए निकली एक ट्रेन नौ दिनों में पहुंची, इस दौरान मजदूरों को खाने-पीने की काफी दिक्कत आई। इस मामले को लेकर मानवाधिकार आयोग की ओर से नोटिस भी जारी किया गया है।
मेरी सभी नागरिकों से अपील है कि गंभीर रोग से ग्रस्त, गर्भवती महिलाएं, व 65 से अधिक व 10 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में बहुत आवश्यक होने पर ही यात्रा करें।
रेल परिवार यात्रियों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। #SafeRailways
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— Piyush Goyal (मोदी का परिवार) (@PiyushGoyal) May 29, 2020