आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 से पहले अमेठी के गौरीगंज से विधायक राकेश प्रताप सिंह ने अपनी घोषणा पर अमल करते हुए रविवार को विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। राकेश प्रताप सिंह ने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित को सौंपा है। अमेठी के गौरीगंज से समाजवादी पार्टी के विधायक राकेश प्रताप सिंह का रुझान भाजपा की ओर है।
बीते दिनों विधानसभा उपाध्यक्ष के चुनाव में भी राकेश प्रताप सिंह ने सपा के घोषित प्रत्याशी के खिलाफ मतदान किया था। अब अमेठी में सड़क नहीं बनी तो नाराज विधायक राकेश प्रताप सिंह ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। इतना ही नहीं इस्तीफा सौंपने के साथ ही अनिश्चितकाल के लिए अनशन पर बैठ गए हैं।
राकेश प्रताप सिंह ने इस्तीफा देने के बाद कहा कि मैं लोगों की समस्याओं को दूर नहीं कर पा रहा हूं, तो मेरा विधायक बने रहने का कोई औचित्य नहीं है। उन्होंने अपने इस्तीफे में बताया कि प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत बनी दो सड़कें कादू नाला से थौरी मार्ग और मुसाफिरखाना से पारा मार्ग पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी हैं। पिछले तीन साल से इन दोनों सड़कों के पुनर्निर्माण की मांग का मुद्दा विधानसभा में उठा रहे हैं। इसी वर्ष फरवरी में इन सड़कों के पुनर्निर्माण का काम तीन महीने में पूरा होने का भरोसा दिया गया था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
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राकेश सिंह ने बताया कि दो अक्टूबर को उन्होंने अमेठी के जिलाधिकारी को ज्ञापन देकर कहा था कि अगर 31 अक्टूबर तक सड़क के पुनर्निर्माण का काम शुरू नहीं होता है तो वो इस्तीफा देकर अनशन पर चले जाएंगे। 31 अक्टूबर तक सड़क के पुनर्निर्माण का काम शुरू नहीं हो पाया तो मैं अपने वादे के अनुसार अपने पद से इस्तीफा दे रहा हूं और अनशन पर जा रहा हूं।
राकेश प्रताप सिंह के बारे में इसी बीच समाजवादी पार्टी को छोड़कर भाजपा में जाने की अटकलें भी तेज हैं। हालांकि लोग यह भी कह रहें हैं कि पूरा कार्यकाल निकालने के बाद राकेश प्रताप चुनावी स्टंट में लग गए हैं।