आरयू ब्यूरो, लखनऊ। विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण के बाद बसपा प्रमुख ने अपने विचार साझा किए। महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी और पिछड़ेपन को उत्तर प्रदेश की बड़ी समस्याएं बताते हुए बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की प्रमुख अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को कहा कि इन मुद्दों के समाधान के लिए बजट आवंटन और विधानसभा में गंभीरता जरूरी है।
मायावती ने कहा, ‘‘राज्यपाल के अभिभाषण से आज से शुरू हुआ उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र जनहित एवं जनकल्याण के ज्वलन्त मुद्दों को लेकर सत्ता एवं विपक्ष की तकरार तथा ‘गवर्नर गो बैक’ की नारेबाजी आदि के कारण हंगामेदार रहा, किन्तु शोषित-पीड़ित जनता को इससे कितनी राहत मिलेगी, यह सोचने वाली बात है।’’
साथ ही कहा,‘‘प्रयागराज के महाकुंभ को लेकर सत्ता-विपक्ष के अलग-अलग तर्क हैं, जबकि व्यापक जनहित एवं जनकल्याण के लिए सभी का विश्वास जरूरी है, ताकि सरकारी धन-संसाधन का सही उपयोग हो सके। वैसे भी महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी, पिछड़ापन आदि उत्तर प्रदेश की जबरदस्त समस्याएं हैं, जिनको लेकर बजट आवंटन एवं गंभीरता जरूरी है।’’
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विधानसभा में मंगलवार को राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्यों ने हंगामा किया, जिसके कारण कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित करनी पड़ी। बजट सत्र के पहले दिन सदन की संयुक्त बैठक में राज्यपाल ने जैसे ही अपना अभिभाषण शुरू किया, सपा सदस्यों ने ‘राज्यपाल वापस जाओ’ और ‘कुंभ में हुई मौतों के आंकड़े बताओ’ जैसे नारे लगाए। हंगामे के बीच पटेल ने महज आठ मिनट में ही अपना अभिभाषण समाप्त कर दिया।