न्याय, स्वतंत्रता, समता व बंधुत्व में समाई है संविधान की मूल भावना: मुख्‍यमंत्री

संविधान दिवस
संविधान दिवस पर प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते मुख्यमंत्री साथ में अन्य।

आरयू ब्‍यूरो, लखनऊ। देश के संविधान की 70वीं जयंती पर योगी सरकार के विधानसभा का विशेष सत्र का आयोजन किया। इस अवसर पर मुïख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में लौह पुरुष सरदार पटेल, संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर तथा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उनके साथ विधि मंत्री ब्रजेश पाठक तथा मंत्रिमंडल के अन्य सहयोगी भी मौजूद थे।

वहीं विधान भवन प्रांगण में संविधान दिवस के अवसर पर आयोजित विशेष सत्र के दौरान बड़ी संख्या में लोक कलाकार सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। इस दौरान विधानमंडल के बुलाए गए विशेष सत्र को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 26 नवंबर 1949 को भारत का संविधान अंगीकार किया गया और 26 जनवरी 1950 को इसे लागू किया गया।

यह भी पढ़ें- संसद के संयुक्त सत्र में बोले मोदी, संविधान हमारे लिए सबसे बड़ा व पवित्र ग्रंथ

मुख्यमंत्री ने कहा कि संविधान की मूल भावना न्याय, स्वतंत्रता, समता और बंधुत्व इन चार शब्दों में समाई हुई है। संविधान हमें अधिकार देता है तो कर्तव्यों का पालन करने के लिए भी कहता है। यही एक कारण है कि हम सभी अलग-अलग पृष्ठभूमि का होने के बावजूद एक सदन में बैठे हुए हैं।

योगी ने कहा कि देश संविधान की भावना के अनुरूप चले इसमें देश की संवैधानिक संस्थाओं की बड़ी भूमिका होती है। आज संविधान लागू हुए 70 साल हो गए ये देश के लिए बड़ी उपलब्धि है क्योंकि इन वर्षों में देश का लोकतंत्र मजबूत हुआ है। इसके पहले, विशेष सत्र में प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित किया। उन्होंने संविधान की उपलब्धियां गिनाने के साथ ही संविधान प्रदत्त मौलिक कर्तव्यों की भी याद दिलाई।

यह भी पढ़ें- संविधान दिवस मनाकर बाबा साहब को याद करेगी भाजपा, प्रदेश अध्यक्ष ने दिए निर्देश