आरयू ब्यूरो, लखनऊ। आम आदमी पार्टी के सांसद व यूपी प्रभारी संजय सिंह की गिरफ्तारी के खिलाफ आप ने आज से एक नया अभियान शुरू किया। आप कार्यकर्ताओं ने लखनऊ समेत प्रदेशभर में लोगों के पास जाकर न सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाएं, बल्कि सांसद संजय सिंह की गिरफ्तारी को राजनीत से प्रेरित बताते हुए यूपी प्रभारी के राजनीतिक संघर्ष को भी जनता के सामने रखा।
लखनऊ जिला अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने बताया कि पहले चरण में आम आदमी पार्टी यूपी के सभी जिलों में अभियान चला 25 लाख घरों में दस्तक देगी। लखनऊ में शेखर दीक्षित के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने पूर्वी विधानसभा के अंतर्गत पेपर मिल कॉलोनी निशातगंज में पर्चा अभियान चलाया। अभियान के तहत कार्यकता जनता के दरवाजे पहुंच पर्चा बांटा।
आम आदमी की आवाज उठाई तो…
जिलाध्यक्ष ने बताया कि संजय सिंह आम आदमी की आवाज, पटरी-रेहड़ी, दुकानदारों, पिछड़ों-दलितों की आवाज को संसद में उठा रहे थे तो उन्हें संसद से निलंबित किया गया। जब उन्होंने किसानों के संघर्ष की आवाज उठाई तो उन्हें ईडी का डर दिखाया गया, लेकिन संजय सिंह तब और हमलावर हो गये और उन्होने प्रधानमंत्री और अडानी के भ्रष्टाचार का सच उजागर करना शुरू कर दिया। कहा गया कि संजय सिंह ने जब केंद्र सरकार और उप्र सरकार के भ्रष्टाचार को उजागर करना शुरू किया तो संजय सिंह को जेल भेजने की साजिश रची गयी।
ईडी-सीबीआई नहीं पेश कर सकी एक भी सुबूत
शेखर ने कहा कि संजय सिंह की इन्हीं नीतियों और केजरीवाल सरकार के मॉडल के प्रति लोगों का रुझान बढ़ते देख मोदी सरकार ने अपने दोनों नुमाइंदों ईडी और सीबीआई के जरिये पहले सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया को जेल में डाला और शराब नीति के झूठे बवंडर में सबको घेरने की कोशिश कर आम आदमी पार्टी को खत्म करने की साजिश रची। इसी में संजय सिंह को भी घेरा गया। दिलचस्प यह है कि आज तक ईडी और सीबीआई एक भी सुबूत पेश नहीं कर सकी है।जिलाध्यक्ष ने कहा कि आज हम सबने पर्चो को बांट कर देश को जागरूक करने का काम किया है। ताकि देश की जनता को सच पता चल सके।
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इस मौके पर उनके साथ सैयद फखरुल इमाम, नीरज सक्सेना, रेखा चतुर्वेदी, धर्मेंद्र सिंह, मुकेश शुक्ला, वत्सल तिवारी, नीरज गुप्ता, कृपा निधान, ज्ञान सिंह वर्मा, सरोज कुमार रावत, नीरज, पीके बाजपेई, साहिल अंसारी सहित कई कार्यकर्त्ता मौजूद रहे।