आरयू वेब टीम। अडानी ग्रुप के कथित घोटाले को लेकर विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है। इसी क्रम में बुधवार को कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों के सांसदों ने संसद भवन से ईडी ऑफिस तक मार्च निकाला, हालंकि विजय चौक पर विपक्ष के इस मार्च को पुलिस ने बलपूर्वक रोक दिया। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि हमारी आवाज दबाने की कोशिश हो रही है।
साथ ही खड़गे ने सवाल किया कि आखिर अडानी मामले पर सरकार चुप क्यों हैं? हम सभी अडानी के घोटाले में एक ज्ञापन सौंपने के लिए निदेशक ईडी से मिलने जा रहे हैं, लेकिन सरकार हमें विजय चौक के पास कहीं नहीं जाने दे रही है, उन्होंने हमें रोक दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने साफ तौर पर कहा कि लाखों करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है, एलआइसी, एसबीआइ और अन्य बैंक बर्बाद हो गए हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी संपत्ति खरीदने के लिए सरकार एक आदमी को पैसा दे रही है।
खड़गे ने दावा किया कि पीएम किसी ऐसे व्यक्ति को प्रोत्साहित कर रहेंं, जिसके पास पहले कम संपत्ति थी, लेकिन अब 13 लाख करोड़ रुपये की संपत्ति हो गई है। उन्होंने सवाल किया कि यह कैसे हुआ? कौन जिम्मेदार है? पैसा कौन दे रहा है? पूछताछ होनी चाहिए। पीएम मोदी और अडानी के बीच क्या संबंध है? उन्होंने कहा कि 17-18 राजनीतिक दलों के हम सभी सांसद यहां हैं और हम जानना चाहते हैं कि अडानी ने 2.5 साल के भीतर लाखों और करोड़ रुपये कैसे कमाए। उन्होंने हमें यहां रोका है। हम 200 हैं और यहां 2000 पुलिसकर्मी हैं, इसलिए वे हमारी आवाज दबाना चाहते हैं।
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अडानी मामले पर जेपीसी जांच की मांग पर कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि सरकार जानती है कि अगर उन्होंने हमारी जेपीसी की मांग को मान लिया तो जनता के सामने उनकी धज्जियां उड़ जाएगी। भाजपा के सभी भ्रष्टाचार आम लोगों के सामने साबित हो जाएंगे। उल्लेखनीय है कि ‘हिंडनबर्ग रिसर्च’ ने अडाणी समूह के खिलाफ फर्जी तरीके से लेन-देन और शेयर की कीमतों में हेर-फेर सहित कई आरोप लगाए थे। अडाणी समूह ने इन आरोपों को झूठा करार देते हुए कहा था कि उसने सभी कानूनों और प्रावधानों का पालन किया है।