आरयू ब्यूरो, लखनऊ। यूपी विधानसभा और विधान परिषद का मानसून सत्र 29 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। इससे पहले प्रदेश की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी ने विधानसभा परिषद में सपा का पक्ष मजबूती से रखने के लिए सोमवार को नेता प्रतिपक्ष के नाम की घोषणा कर दी है। सपा ने लाल बिहारी यादव को नेता प्रतिपक्ष बनाया है। जबकि, मो. जासमीर अंसारी उप नेता प्रतिपक्ष बनाए गए हैं।
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इसकी जानकारी देते हुए सपा प्रवक्ता फखरुल हसन चांद ने बताया कि किरण पाल कश्यप को विधान परिषद का मुख्य सचेतक बनाया गया है, जबकि आशुतोष सिन्हा को सचेतक की जिम्मेदारी सौंपी गई है। साथ ही मो. जासमीर अंसारी को विधान परिषद का उप नेता नियुक्त किया गया है। वहीं विधान परिषद में सपा दल के नेता लाल बहादुर यादव को सदन का नेता प्रतिपक्ष बना दिया गया है।
लाल बिहारी यादव आजमगढ़ से ताल्लुक रखते हैं। वह शिक्षकों के मुद्दों को जोरशोर से उठाते रहे हैं। शिक्षकहित के लिए उन्होंने लंबा संघर्ष किया है। वाराणसी खंड शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की है। वित्त विहीन शिक्षकों के अधिकारों की लड़ाई लड़ने के लिए लालबिहारी ने 2004 में उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ बनाया था। विधान परिषद में लाल बिहारी यादव को नेता प्रतिपक्ष बनना महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। उनकी नेतृत्व क्षमता और अनुभव पर पार्टी को भरोसा है।
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दरअसल उत्तर प्रदेश विधान परिषद में सपा की सदस्य संख्या बढ़कर दस हो गई है। पांच मई को रिक्त हुए 13 पदों में से सपा के तीन एमएलसी निर्वाचित हुए थे। जिससे पार्टी की स्थिति मजबूत हुई है। इससे पहले सपा के पास नेता प्रतिपक्ष के लिए जरूरी सदस्य नहीं थे। नए एमएलसी जीतने के बाद सपा ने नेता प्रतिपक्ष, उप नेता प्रतिपक्ष की नियुक्ति की है।