आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। मंहगाई, कानून-व्यवस्था और बिजली कटौती के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे सपाईयों पर मंगलवार को पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। हजरतगंज में हुए इस लाठीचार्ज में एमएलसी लीलावती कुश्वाहा समेत दर्जनों सपाईयों को चोंटे आयीं हैं। जिनमें से कुछ को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इस बीच प्रदर्शनकारियों ने राजभवन पहुंच कर एडीएम सिटी को राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपाने के बाद योगी सरकार को फेल बताते हुए उसे बर्खास्तगी की संस्तुति करने की मांग की है। वहीं समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाते हुए कहा कि महिला प्रदर्शनकारियों पर जिन पुरुष पुलिसकर्मियों ने लाठी बरसायी है, उनपर सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
इससे पहले आज सुबह बड़ी संख्या में सपा की महिला कार्यकर्ता व नेता पदाधिकारी दारूलशफा में इकट्ठा होकर सपा महिला सभा की अध्यक्ष गीता सिंह के नेतृत्व में भाजपा सरकार के विरूद्ध नारों वाली तख्तियां लेकर मार्च निकाला।
नारेबाजी देख पुलिस ने उन्हें बैरिकेटिंग कर रोकने की कोशिश की। इसी दौरान सपाईयों की पुलिस से धक्का-मुक्की शुरू हो गयी। जीपीओ के पास कुछ देर चली नूरा-कुश्ती के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया। इस बीच कई सपाईयों को पुलिस ने दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।
लाठीचार्ज में गीता सिंह, लीलावती कुशवाहा (एमएलसी), प्रेमलता यादव, शीला सिंह, गीता पाण्डेय, रचना कोरी, अनिता यादव एवं सुरैया सिद्दीकी के अलावा प्रदर्शन में शामिल हुए सपा युवा प्रकोष्ठ के विकास यादव, विजय सिंह, अनुराग यादव व मनीष सिंह को चोटें आयीं हैं। दूसरी ओर लाठीचार्ज में घायल लीलावती कुशवाहा समेत अन्य सपाईयों को देखने पूर्व स्वास्थ्य मंत्री अहमद हसन तथा एमएलसी एसआरएस यादव सिविल अस्पताल पहुंचें।
लाठीचार्ज के बाद एक बयान जारी कर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी, विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन, सदस्य विधान परिषद एसआरएस यादव और अरविंद कुमार सिंह ने लाठीचार्ज की कड़ी निंदा करते हुए मांग की है कि महिलाओं पर लाठी चलाने वाले पुरूष पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई होनी चाहिए। सपा के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि महिलाओं के प्रदर्शन के समय महिला पुलिस की ड्यूटी होनी चाहिए थी ऐसा लगता है कि भाजपा सरकार के इशारे पर पुलिस अधिकारी अपने कर्तव्य और कानून की व्यवस्थाओं को भूलकर काम करने लगे हैं।
महिला सभा के प्रदर्शन में पूर्व सांसद सुशीला सरोज, मुन्नी पाल (नगर अध्यक्ष लखनऊ), जरीना उस्मानी (पूर्व अध्यक्ष महिला आयोग), रेणु सिंह, ऊषा सिंह, आशा सिंह (कानपुर ग्रामीण) तृप्ती अवस्थी, नसरीन फातिमा, रेणुबाला, मिथलेश तिवारी, नमिता (गोरखपुर) शमीम बानों (सीतापुर) पूजा सिंह एवं ओमप्रभा (बाराबंकी) लज्जावती समेत अन्य सपाई भी मौजूद रहें।
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