सम्मेलन में बोलीं मायावती, “सरकार बनने पर नहीं लागू होने देंगे कृषि कानून, शिक्षक भर्ती, स्मारक व अन्य मुद्दों पर भी कही ये बातें”

पुरानी पेंशन

आरयू ब्यूरो,लखनऊ। बीसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को लखनऊ में आयोजित बसपा के प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन के समापन समारोह को संबोधित किया। इस दौरान मायावती ने न सिर्फ भाजपा सरकार पर हमला बोला, बल्कि कई घोषणाएं भी की। मायावती ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग भाभी जी को लेकर घूम रहे हैं, जो भाजपा के लिए माहौल बना रही हैं। भाजपा चाहे जितनी भाभियों को लेकर घूम ले, लेकिन उनकी सरकार नहीं बनने वाली।

लखनऊ में मॉल एवेन्यू स्थित पार्टी कार्यालय पर मायावती ने कहा कि हमारी सरकार पर्याप्त पार्क, स्मारक व प्रतिमाएं आदि बनवा चुकी। अब हमारा पूरा ध्यान यूपी की स्थिती में सुधार के लिए होगा। यदि हमारी सरकार बनती है तो, हम शिक्षकों को उचित मानदेय और नियुक्ती के अलावा किसानों की आय बढ़ाने को लेकर काम करेंगे। इतना ही नहीं यूपी में तीन कृषि कानून को लागू नहीं होने देंगे। मायावती ने कहा कि भाजपा सरकार में किसानों की आय दोगुना तो नहीं हुई, लेकिन तीन काले कृषि कानून लाकर उनपर अत्याचार जरूर किया गया।

पूर्व सीएम ने कहा कि किसानों के साथ बहुजन समाज पार्टी संसद से सड़क तक साथ खड़ी है। 500 से ज्यादा किसानों की जान चली गई, लेकिन उनकी सुध लेने वाला नहीं है। हरियाणा सरकार ने अत्याचार करते हुए किसानों पर लाठीचार्ज किया। जो घोर निंदनीय हैं। उन्होंने कहा कि बसपा सरकार में गन्ने का मूल्य 125 रुपए प्रति कुंतल से बढ़ाकर 250 रुपए प्रति कुंतल किया गया था। सपा सरकार ने अपने पांच साल के कार्यकाल में केवल एक बार ही गन्ने का मूल्य बढ़ाया।

अन्य वर्ग के धार्मिक संत-गुरुओं को भी दिया जाएगा सम्मान 

यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा हमारी सरकार ने दलित आदिवासी समाज के धार्मिक संतों और गुरुओं का पूरा सम्मान किया। अन्य वर्ग के लोगों के धार्मिक संत-गुरुओं को भी सम्मान दिया जाएगा। मायावती ने कहा कि ब्राह्मण और सभी वर्ग के लोग मिलकर बसपा की सरकार बनाएंगे। 2007 की तरह इस बार भी पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी।

ब्राह्मण समाज के लोगों पर खूब हुआ अत्याचार

बसपा सुप्रीमो ने कहा कि समाजवादी पार्टी की सरकार में ब्राह्मण समाज के लोगों पर खूब अत्याचार हुए। इस सरकार से मुक्ति पाने के लिए ब्राह्मण समाज ने भाजपा की सरकार बनाने का साथ दिया, लेकिन यहां भी उन्हें धोखा ही मिला। ब्राह्मणों के साथ हमेशा अत्याचार और अन्याय हुआ। ब्राह्मण समाज के सम्मान के लिए उनके सुरक्षा और तरक्की के लिए पहले चरण में सभी जिलों में उनकी संगोष्ठी करके उनकी भागीदारी से सभी विरोधी पार्टियों को चिंतित किया है। इनके अत्याचार के बाद ब्राह्मण समाज ने अत्याचार को देते हुए बीएसपी के पुनः सरकार बनाने का संकल्प ले लिया।

 डीएनए एक तो…

बसपा प्रमुख ने संघ प्रमुख पर भी निशाना साधा। कहा, मोहन भागवत ने कहा था कि हिंदू और मुसलमान का डीएनए एक है और उनके पूर्वज एक हैं। मैं पूछना चाहती हूं कि अगर उनके पूर्वज एक हैं तो भाजपा उनके साथ सौतेला व्यवहार क्यों कर रही है?

मेरठ व मुजफ्फरनगर कांड ना भूलें मुसलमान

मायावती ने कहा मुसलमानों को मेरठ के मलियाना कांड व मुजफ्फरनगर कांड को नहीं भूलना चाहिए। कांग्रेस और सपा दोनों की ही सरकारों में मुस्लिमों का यह हाल हुआ था। उन्होंने कहा कि मोहन भागवत कहते हैं कि हिंदू और मुस्लिमों के पूर्वज एक हैं। यदि ऐसी बात है तो आरएसएस और भाजपा मुस्लिमों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों करती है?

यह भी पढ़ें- मायावती ने की महापंचायत में हिन्दू-मुस्लिम साम्प्रदायिक सौहार्द की सराहना, बीजेपी, कांग्रेस व सपा पर भी साधा निशाना