कश्‍मीरियों की पिटाई पर सरकार की चुप्पी को महबूबा ने बताया राजनीतिक रणनीति

370 की लड़ाई

आरयू वेब टीम। 

लखनऊ के हसनगंज में फुटपाथ पर ड्राइ फ्रूटस बेच रहे जम्मू-कश्मीर के मोहम्मद अफजल और अब्दुल सलाम की कुछ भगवा रंग का कुर्ता पहने लोगों द्वारा डंडे से पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद विवाद बढ़ गया। इस घटना को लेकर जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सरकार पर हमला बोला है।

महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को सोशल मीडिया के माध्‍यम से ट्वीट कर कहा कि ‘कश्मीरियों को धमकाया जा रहा है और सजा दी जा रही है। पिटाई करने वाले भगवा कुर्ते में थे और वीएचडी से जुड़े थे। उन्हें किसी का डर नहीं था और उन्होंने वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड भी किया। सरकार की सीधे तौर पर चुप्पी दरअसल एक राजनीतिक रणनीति है। चुनाव तक ऐसे तत्वों को बढ़ावा देने और माहौल को सांप्रदायिक बनाने की।

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मालूम हो कि बुधवार शाम पांच बजे ड्राई फ्रूट्स बेचने आए कश्‍मीरियों की चार हमलावर थप्पड़ और डंडों सेे पिटाई कर उनसे उनकी पहचान का सबूत मांगते है और आधार कार्ड दिखाने को कहते हैं हालांकि, वहीं कुछ लोग बीच बचाव करने भी आ जाते हैं। जबकि कुछ लोगों ने इस घटना को मोबाइल में कैद कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया था। जिसके बाद फॉस्‍ट हुई लखनऊ पुलिस ने चारों आरोपितों के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज करते  हुए आज उन्‍हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

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