आरयू वेब टीम। कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने शनिवार को दावा किया कि सत्तारूढ़ भाजपा का शीर्ष नेतृत्व भले ही अभी इस बात से इनकार करने का दिखावा कर रहा हो, लेकिन यदि भाजपि सत्ता में फिर से आ गई तो यह संविधान बदल देगी। साथ ही महंगाई को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए प्रियंका ने पीएम को ‘‘महंगाई मैन’’ करार दिया।
कांग्रेस नेता ने अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित वलसाड लोकसभा सीट से पार्टी के उम्मीदवार अनंत पटेल के समर्थन में यहां आयोजित एक रैली में कहा, ‘‘भाजपा नेता और उम्मीदवार कह रहे हैं कि वे संविधान बदल देंगे लेकिन प्रधानमंत्री मोदी इससे इनकार कर रहे हैं। यह उनकी रणनीति है।’’ प्रियंका ने कहा, ‘‘शुरू में, वे उससे हमेशा इनकार करते हैं जिसे वे करना चाहते हैं, लेकिन सत्ता में आने पर वे इसे लागू करते है।
वे आम लोगों को कमजोर करने और उन्हें हमारे संविधान में दिए गए अधिकारों से वंचित करने के लिए संविधान को बदलना चाहते हैं।’’ उन्होंने कहा कि मोदी चुनाव के दौरान मंच पर ‘‘सुपरमैन’’ की तरह आते हैं, लेकिन आपको उन्हें ‘‘महंगाई मैन’’ के रूप में याद रखना चाहिए। प्रियंका ने आगे कहा कि ‘‘भाजपा नेता प्रधानमंत्री को शक्तिशाली नेता के रूप में पेश करते हैं और (रूस-यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में) कहते हैं कि वह ‘चुटकी बजाकर लड़ाई रुकवा देते हैं’ तो फिर वह गरीबी को भी इसी तरह से क्यों नहीं दूर कर पा रहे।’’
उन्होंने दावा किया कि मोदी के गृह राज्य गुजरात में और देश में आदिवासी महंगाई, बेरोजगारी, कम पारिश्रमिक, जमीन गंवाने, महिलाओं के खिलाफ हिंसा जैसे मुद्दों और अन्य अत्याचारों का सामना कर रहे हैं। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि अगर उनकी पार्टी सत्ता में आती है तो वह शहरी इलाकों में सौ दिन के काम की गारंटी के लिए मनरेगा (महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम) जैसी रोजगार गारंटी योजना लाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस सरकारी नौकरियों में करीब 30 लाख रिक्तियों को भरने, मछुआरों को सब्सिडी पर डीजल देने, न्यूनतम पारिश्रमिक को बढ़ाकर 400 रुपये करने, अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए उप-योजनाएं बनाने, आदिवासियों के लिए विशेष बजट लाने और आदिवासी बहुल इलाकों को अनुसूचित क्षेत्र घोषित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
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वहीं उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी शिक्षा, स्वास्थ्य या महंगाई के बारे में कभी बात नहीं करते। मुझे नहीं लगता कि लोग और पांच साल इसे बर्दाश्त करेंगे…वह केवल बड़े कार्यक्रम आयोजित करते हैं और दुनिया भर में घूमते हैं। अब, लोग उनका रिपोर्ट कार्ड मांग रहे हैं, तो वह घबरा गए हैं। यही कारण है कि वह हिंदू-मुस्लिम या विश्वगुरु बनने के मुद्दे उठा रहे हैं।’’ ‘‘वह देश के ऐसे पहले प्रधानमंत्री हैं जो इस तरह से झूठ बोलते हैं। उन्होंने हमारे पूरे परिवार को अपशब्द कहे, चाहे वह मेरी मां, दादी, दादा, भाई (राहुल गांधी) और मेरे पति हों, लेकिन हमने इसकी कभी परवाह नहीं की। वह जो कुछ चाहते हैं उन्हें कहने दें।’’