कांग्रेस ने कहा, हैक किया गया प्रियंका गांधी का मोबाइल फोन, मोदी सरकार से इन पांच सवालों के मांगे जवाब

अ‍र्थव्‍यवस्‍था का बंटाधार

आरयू वेब टीम। इजरायल के सॉफ्टवेयर पेगासस ने वॉट्सऐप के जरिए 14000 लोगों के फोन हैक करने के मामले में कांग्रेस ने दावा किया है कि पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी का भी फोन हैक किया गया है। कांग्रेस प्रवक्‍ता रणदीप सुरजेवाला ने तथ्‍यों को रखते हुए कहा कि जब व्हाट्सएप ने उन सभी को संदेश भेजे जिनके फोन हैक हो गए थे, तो ऐसा ही एक संदेश प्रियंका गांधी को भी मिला था।

इस संबंध में रणदीप सुरजेवाला ने प्रेसवार्ता कर मीडिया से बात करते हुए मोदी सरकार पर कई आरोप लगाए है। सुरजेवाला ने कहा, ‘एक रिपोर्ट में सामने आया है कि इसके जरिए राजनेताओं की भी जासूसी हो रही थी। पेगासस स्पाईवेयर से प्रभावित होने वालों में एमटीएनएल, एनआइबी, एनआइसी जैसे कनेक्शन शामिल थे। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि यह कांड कितना बड़ा था।’

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वहीं सुरजेवाला ने आगे कहा कि बीजेपी सरकार इस जासूसी कांड में अपनी भूमिका को लेकर पूरी तरह बेनकाब हो चुकी है। अब पांच सवालों का जवाब मोदी जी को देना चाहिए।

1- क्या भाजपा सरकार 2019 के आम चुनाव के दौरान राजनेताओं, पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं की जासूसी कर रही थी?

2- भारत सरकार में किसने पेगासस के गैर-कानूनी एवं असंवैधानिक इस्तेमाल की इजाजत दी?

3- इसकी खरीद की इजाजत किसने दी?

4- भारत सरकार जानकारी के बावजूद इस मामले पर चुप्पी क्यों साधे हुए है?

5- जिम्मेदार लोगों पर क्या कार्रवाई होगी?

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उन्होंने आगे कहा, ‘हमें उम्मीद है कि संसद की स्टैंडिंग कमेटी इस पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए एनएसओ, व्हाट्सएप, फेसबुक और भारत सरकार को पूरे तथ्यों के साथ अपने समक्ष बुलाकर जांच करेगी।’

बता दें कि फेसबुक के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप ने गुरुवार को पुष्टि की कि इजरायल की साइबर खुफिया कंपनी एनएसओ ग्रुप की ओर से भारतीय मानवाधिकार कार्यकर्ता और पत्रकारों को स्पाइवेयर द्वारा टारगेट कर उनकी जासूसी की गई। व्हाट्सएप ने इस सप्ताह इजरायल की साइबर खुफिया कंपनी एनएसओ ग्रुप पर मुकदमा दायर किया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने आरोप लगाया है कि इसने वैश्विक स्तर पर 1,400 चयनित (सलेक्टेड) उपयोगकर्ताओं की जासूसी की है।

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