आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रविवार को पत्नी डिंपल यादव के साथ गोमतीनगर स्थित शीरोज हैंग आउट कैफे पहुंचे। इस दौरान उन्होंने योगी सरकार पर अप्रत्यक्ष रुप से निशाना साधा। उन्होंने यहां एसिड पीड़िताओं से मुलाकात कर कहा की सरकार के पास जेपीएनआइसी समेत पैसा कमाने के कई विकल्प हैं।
इस दौरान अखिलेश ने योगी सरकार से अपील करते हुए कहा कि शीरोज कैफे को ना बंद करें। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को सोचना चाहिए कि आप पैसा कमाना चाहते हैं तो और बिल्डिंग हैं। पीड़ित बच्चियों को नहीं हटना चाहिए। एसिड पीड़ित को इससे जीवन में नई रोशनी मिली है। इनके जीवन की दशा बदल गई है।
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सपा अध्यक्ष ने पीड़ितों की समस्याओं के विषय में बात करते हुए कहा कि ये कैफे बहुत दिनों से चल रहा है। तमाम तकलीफों के बाद लड़कियां जीवन को दिशा दे रही हैं। मुझे इस बात का दुःख है कि सरकार बड़े-बड़े काम कर सकती है, लेकिन इसे छीनना चाहती है। सरकार को इस पर विचार करना चाहिए, क्योंकि पैसा कमाने वालों के लिए जेपीएनआइसी भी है। बच्चों को यह कैफे चलाने दें।
योगी सरकार पर हमला जारी रखते हुए सपा मुखिया ने कहा कि तीन में किसी को कर लेने दो। शीरोज कैफे जो लेना चाहते हैं, उनको एक मिल जाएगा, जो कंपनी शीरोज को छीनना चाहते हैं, उनको मेरा सुझाव है कि जेपीएनआइसी और पुलिस की बिल्डिंग है, उसमे से एक ले और पैसा कमाए। इस दौरान सपा अध्यक्ष के साथ पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी और पार्टी प्रवक्ता जूही सिंह भी मौजूद रहीं।
मालूम हो कि एसिड पीड़िताओं की आत्मनिर्भरता के लिए लखनऊ में चल रहा शीरोज हैंग आउट कैफे बंद करने की बात सामने आ रही थी, जिसका विरोध होने पर कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा था कि शीरोज को बंद नहीं किया जाएगा। साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि सरकार सिर्फ एसिड पीड़िताओं के लिए ही नहीं, अपितु सभी पीड़ितों के हितों लिए प्रतिबद्ध है। रीता जोशी ने कहा था कि छांव फाउण्डेशन द्वारा शीरोज संचालन में की गई वित्तीय अनियमितताओं की जांच के आदेश दिए गए थे। जिसके बाद भ्रामक खबरें फैलाई गयी थी।