आरयू ब्यूरो,
लखनऊ। गुरुवार को मोदी व योगी सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल के दामों में की गयी कटौती को यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने चुनाव से पहले का नाटक करार दिया है। भाजपा सरकार के फैसले के बाद अखिलेश ने सोशल मीडिया के माध्यम से कहा कि आज सरकार का ये झूठ सामने आ गया कि पेट्रोल-डीजल पर उनका कोई नियंत्रण नहीं है।
सपा अध्यक्ष ने भाजपा सरकार को मुनाफाखोर बताते हुए कहा कि सरकार ‘25 रुपए बढ़ाओ, 2.5 रुपए घटाओ’ के फार्मूले पर चलकर जनता का शोषण कर रही है। चुनाव आते ही भाजपा सरकार कुछ समय के लिए दाम घटाने का नाटक करती है। वहीं अखिलेश ने अंत में दावा करते हुए ये भी कहा कि अब तो भाजपा समर्थक भी ठगा महसूस करने लगे हैं।
वहीं सपा अध्यक्ष ने आज अपने एक बयान में मीडिया से कहा कि एक बात साफ है कि भाजपा सरकार ने यह निर्णय जनता को राहत देने के लिए नहीं, बल्कि तेल कंपनियों के लगातार ध्वस्त होते शेयरों को बचाने के लिए किया है। भाजपा सरकार पेट्रोलियम उत्पादों से 10 लाख करोड़ रूपए तक की अतिरिक्त कमाई करने के बाद मामूली क्षणिक राहत दे रही है, लेकिन अब जनता इनके झांसे में आने वाली नही है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने आंकड़ों की बात करते हुए कहा कि 2014 में सत्ता में आने के बाद से भाजपा सरकार पेट्रोल पर 9.48 रुपए की एक्साइज डयूटी को 17.98 रूपए एवं डीजल पर 3.56 रूपए प्रति लीटर की एक्साइज डयूटी को 13.83 रूपये प्रति लीटर तक बढ़ा चुकी है। अब चुनाव के करीब आने पर अपनी डगमगा रही नाव को बचाने के लिए भी भाजपा सरकार ने इस तरह का कदम उठाया है।