आरयू संवाददाता, लखनऊ। कोरोना संक्रमण के कारण बंद पड़े शिक्षण संस्थान खोलने को लेकर शनिवार को शिक्षक दिवस के मौके पर शिक्षकों और कोचिंग संचालकों ने कपूरथला के पास रेलवे ट्रैक पर लेटकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों का कहाना है कि हम भुखमरी की कगार पर हैं। उन्होंने तर्क देते हुए कहा कि जब मेट्रो संचालन के निर्देश होने के साथ ही प्रतियोगी परीक्षाएं कराई जा रहीं है तो कोचिंग भी खोली जा सकती हैं।
वहीं संघ के अध्यक्ष बादल चौपड़ा और संगठन मंत्री अरविंद शुक्ला के मुताबिक कोविड महामारी के कारण बीते मार्च माह से संस्थान बंद चल रहे हैं। संचालकों को इमारत का किराया, बिजली का बिल आदि देना है। संचालक और शिक्षक भुखमरी की कगार पर हैं। आर्थिक मंदी की सबसे अधिक मार कोचिंग संचालक झेल रहे हैं। इस लिए कोचिंग संस्थान खोले जाने की शासन अनुमति दें। जब मेट्रो संचालन के निर्देश होने के साथ ही प्रतियोगी परीक्षाएं कराई जा रहीं हैं तो कोचिंग भी खोली जा सकती हैं।
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संचालकों का ये भी कहना है कि उन्होंने गाइडलाइन भी बना रखी है। एक कक्ष में अधिकतम दस विद्यार्थी शारीरिक दूरी का पालन करते हुए बैठाए जाएंगे। बिना मास्क के छात्र-छात्राओं को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। सैनिटाइजेशन की पूरी व्यवस्था की जाएगी। आगन्तुकों और छात्र-छात्राओं की आगन्तुक रजिस्टर में एंट्री की जाएगी। इस दौरान शिक्षक और संचालक समेत कोचिंग संस्थानों के कर्मचारी भी मौजूद रहें।