आरयू ब्यूरो, लखनऊ। उत्तर प्रदेश पंचायक चुनाव में ड्यूटी के दौरान जहां शिक्षक संघ व शिक्षामित्रों के संगठनों द्वारा दो हजार से अधिक शिक्षक-शिक्षामित्रों की मौत की बात कर मुआवजा मांग रहे थे। वहीं बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा चुनाव ड्यूटी के दौरान मात्र तीन शिक्षकों की मौत को स्वीकारने को लेकर शिक्षकों व शिक्षामित्रों के साथ ही राजनीतिक दलों में भी गुस्सा है।
बुधवार को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शिक्षकों के इस बेहद महत्वपूर्ण मुद्दे को लेकर योगी सरकार पर हमला बोला है। प्रियंका ने कहा है शिक्षकों की जिंदगी में उन्हें सुरक्षा व इलाज नहीं देने वाली योगी सरकार अब शिक्षकों की मौत के बाद भी उनका सम्मान छीन रही है।
आज कांग्रेस महासचिव ने इस संबंध में ट्विट भी किया है। अपने ट्विट में प्रियंका ने लिखा है कि पंचायत चुनाव में ड्यूटी करते हुए मारे गए 1621 शिक्षकों की उत्तर प्रदेश शिक्षक संघ द्वारा जारी लिस्ट को संवेदनहीन यूपी सरकार झूठ कहकर मृत शिक्षकों की संख्या मात्र तीन बता रही है।
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प्रियंका ने योगी सरकार पर बेहद गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि शिक्षकों को जीते जी उचित सुरक्षा उपकरण और इलाज नहीं मिला और अब मृत्यु के बाद सरकार उनका सम्मान भी छीन रही है।
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अपने ट्विट के साथ प्रियंका ने बेसिक शिक्षा विभाग की प्रेस नोट व एक समाचार भी टैग किया है। बेसिक शिक्षा विभाग के अनुसचिव सत्य प्रकाश की ओर से जारी इस प्रेस नोट में पंचायत चुनाव के दौरान ड्यूटी करते हुए मात्र तीन शिक्षक की मौत को ही सही माना गया है।
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साथ ही तर्क दिया गया है कि नियमों के अनुसार मतदान व मतगणना के दौरान घर से निकले से लेकर लौटने तक की अवधि में हुई शिक्षकों की मौत को माना जाएगा। इस दौरान सिर्फ तीन शिक्षकों की ही चुनाव ड्यूटी के दौरान मौत हुई है। ड्यूटी करने व आने-जाने के दौरान हुई शिक्षक की मौत की दशा में ही अनुग्रह राशि अनुमन्य है। इस राशि का निर्धारण भी राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा ही किया जाता है।
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पंचायत चुनाव में ड्यूटी करते हुए मारे गए 1621 शिक्षकों की उप्र शिक्षक संघ द्वारा जारी लिस्ट को संवेदनहीन यूपी सरकार झूठ कहकर मृत शिक्षकों की संख्या मात्र 3 बता रही है।
शिक्षकों को जीते जी उचित सुरक्षा उपकरण और इलाज नहीं मिला और अब मृत्यु के बाद सरकार उनका सम्मान भी छीन रही है। pic.twitter.com/6mpkTsOQV7
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 19, 2021