आरयू वेब टीम। महाशिवरात्रि के मौके पर कोटा में निकाली गई शिव बारात में बड़ा हादसा हो गया। शिव बारात निकाले जाने के दौरान करंट के चपेट में आने से करीब 15 बच्चे झुलस गए, जिनमें से कई की हालत गंभीर बनी हुई है। हादसे के समय घटनास्थल पर चीख-पुकार मच गई। मौके पर मौजूद लोगों ने आनन-फानन में बच्चों को अस्पताल पहुंचाया।
मिली जानकारी के मुताबिक राजस्थान के कोटा शहर में कुन्हाड़ी थर्मल चौराहे के पास दोपहर साढ़े 12 बजे के करीब शिव बरात निकाली गई। जिसमें संगतपुरा इलाके के काली बस्ती में शिव बारात में 16 से 19 साल के बच्चे झंडा लेकर आगे चल रहे थे। तभी धार्मिक झंडा हाई टेंशन लाइन से टच हो गया और नीचे जमीन पर पानी फैला था। इससे करंट और तेजी से दौड़ा और फिर एक के बाद एक करके 15 बच्चे करंट की चपेट में आ गए। एक दूसरे से बच्चे चिपकते गए।
घटना के बाद अफरा-तफरी मच गई। जिसे जो मिला, उसे अस्पताल लेकर दौड़ा। तत्काल बच्चों को एमबीबीएस अस्पताल ले जाया गया। हादसे की जानकारी मिलते ही मेडिकल टीम को अलर्ट कर दिया गया। इस संबंध में आईजी रविदत्त गौड़ ने स्थानीय मीडिया को बताया एक बच्चा 70 प्रतिशत और एक 50 प्रतिशत झुलस गया है। शेष बच्चे दस प्रतिशत तक झुलसे हैं। बच्चों की उम्र नौ से 16 साल बताई जा रही है।
हादसे की जानकारी पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्य के ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर और अन्य अधिकारी भी एमबीबीएस अस्पताल पहुंचे। बिरला ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि घटना बेहद दुखद है। यह क्यों हुआ, इसकी जांच करवाई जाएगी। सभी लोग फिलहाल बच्चों के इलाज में लगे हुए हैं। एक बच्चा गंभीर है। रेफर करने की जरूरत पड़ेगी तो वह भी किया जाएगा। बच्चों को हरसंभव सर्वश्रेष्ठ इलाज मुहैया कराया जाएगा।
हर साल काली बस्ती में शिव बरात का आयोजन होता है। ज्यादातर बच्चे अपने परिजनों के बिना ही शिव बरात का हिस्सा बनने पहुंच गए थे। लोगों का कहना है कि आयोजकों की गलती से यह हादसा हुआ है। इसी वजह से जब आयोजक अस्पताल पहुंचे तो नाराज परिजनों ने उनकी पिटाई कर दी।