आरयू वेब टीम।
भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दलों में गिनी जाने वाली शिवसेना ने सोमवार को एक बार उस पर ही निशाना साधा है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने राफेल डील पर सवाल उठाने के साथ ही पांच राज्यों में हुई भाजपा की हार पर भी तंज कसा है। आज महाराष्ट्र के शोलापुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे बोले कि भाजपा की विश्वविजेता बनने की धारणा हाल के विधानसभा चुनावों के नतीजे से चकनाचूर हो गयी।
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वहीं हाल ही में 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में जदयू, लोजपा और भाजपा के बीच सीटों के बंटवारे पर शिवसेना प्रमुख ने कहा कि जदयू प्रमुख नीतीश कुमार और लोजपा प्रमुख राम विलास पासवान को राममंदिर और हिंदुत्व पर अपनी राय घोषित करनी चाहिए।
इसके अलावा पिछले महीने अयोध्या में विवादित स्थान पर राममंदिर के निर्माण के लिए भाजपा सरकार पर दबाव बनाने के अयोध्या की यात्रा करने वाले ठाकरे ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी की शीघ्र यात्रा कर सकते हैं।
वहीं राफेल डील पर आज ठाकरे मोदी सरकार की कार्यप्रणाली पर ऊंगली उठाते हुए बोले कि इसका कांट्रैक्ट एक ऐसी कंपनी को दिया गया जिसके पास कोई अनुभव नहीं। अब जवानों की वेतन वृद्धि से इंकार कर दिया गया पर भ्रष्टाचार के आरोपों के बावजूद राफेल विमान सौदे पर आगे बढ़ाया जा रहा। मोदी सरकार को लगातार निशाने पर लेते हुए ठाकरे ने कहा कि वह पहले ही निर्णय ले चुके हैं कि आगामी आम चुनाव में भाजपा के साथ गठबंधन किया जाए या नहीं।
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उल्लेखनीय है कि शिवसेना प्रमुख ने जनवरी में ही घोषणा की थी कि उनकी पार्टी सभी भावी लोकसभा और विधानसभा चुनाव अकेले अपने बलबूते पर लड़ेगी। पिछले छह महीने के दौरान भाजपा नेतृत्व आगामी चुनावों में शिवसेना के साथ गठजोड़ पर जोर देती रही है। अमित शाह की अगुवाई वाली पार्टी ने नियमित रूप से कहा है कि महाराष्ट्र केंद्रित यह राजनीतिक पार्टी उसकी स्वभाविक सहयोगी है और दोनों दल सौहार्द्रपूर्ण तरीके से मतभेद दूर कर लेंगे।