आरयू संवाददाता, लखनऊ। फटी जीन्स पैंट पहनने पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह द्वारा महिलाओं को लेकर दिए गए विवादित बयान के बाद मचे बवाल के बीच गुरुवार को लखनऊ यूनिवर्सिटी के हॉस्टल के नोटिस बोर्ड पर लगे एक आदेश से हड़कंप मच गया। इस नोटिस में छात्राओं को शॉर्ट ड्रेस, शॉर्ट्स, मिनी स्कर्ट व वल्गर टॉप पहनने पर जुर्माना लगाने की बात लिखी गई थी। देखते ही देखते सोशल मीडिया पर यह नोटिस वायरल हो गया और विश्वविद्यालय के प्रशासन के फोन बजने लगे।
इसके बाद वीसी ने खुद सामने आकर सफाई दी। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन या फिर प्रॉक्टर की तरफ से ऐसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। दूसरी ओर कथित आदेश को लेकर आज लोग एलयू में तरह-तरह की चर्चा करते रहें, कुछ लोग आदेश को सही तो कुछ गलत बता रहे थे।
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इससे पहले हॉस्टल के नोटिस बोर्ड प्रोवोस्ट के नाम पर यह आदेश लिखकर चिपका दिया गया था कि ‘कोई भी लड़की अपने ब्लॉक के आसपास शॉर्ट्स या घुटनों से ऊपर की ड्रेस पहनकर नहीं घूमेगी। स्पैगेटी या वल्गर ड्रेस पहनकर बाहर आने की अनुमति नहीं है। शॉर्ट्स, मिनी स्कर्ट, माइक्रो स्कर्ट पहनने पर भी पाबंदी है। यदि कोई भी लड़की नियमों का उल्लंघन करते हुए पाई जाती है तो उसे जुर्माने के तौर पर 100 रुपये देने होंगे।’
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वहीं सवाल उठने पर विश्वविद्यालय के वीसी एके राय ने सफाई देते हुए कहा कि प्रशासन या प्रॉक्टर की तरफ से ऐसा कोई आदेश नहीं दिया गया है। प्रशासन द्वारा जारी किए जाने वाले नोटिस कंप्यूटर लिखित होते हैं, जबकि वायरल हो रहा नोटिस हस्तलिखित है। उन्होंने इसे किसी की शरारत बताया है।