आरयू ब्यूरो,
वाराणसी। अपनी ही सरकार के खिलाफ बयानबाजी करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं। इस बार उनकी चर्चा का विषय न तो उनके बयान है और न ही किसी नेता पर लगाया गया कोई आरोप है। ताजा मामला मंत्री ओम प्रकाश राजभर के पैतृक गांव वाराणसी के फतेहपुर का है। जहां मंत्री हाथ में ‘फावड़ा’ लेकर परिवार समेत सड़क बनाने में जुट गए है।
दरअसल राजभर के बेटे अरविंद राजभर की शादी 21 जून को हुई है और रविवार यानि 24 जून को वाराणसी स्थित उनके पैतृक निवास पर रिसेप्शन होना है। नई बहू के स्वागत के लिए होने वाले इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, सीएम योगी आदित्यनाथ, पूर्व सीएम अखिलेश यादव से के अलावा सत्ता पक्ष के मंत्रियों और विपक्ष के सभी बड़े नेताओं को आमंत्रित किया है।
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इसके लिए गांव में आयोजन स्थल तक लोगों को पहुंचने में कोई दिक्कत न हो इसके लिए 500 मीटर की सड़क बनाने के लिए ओमप्रकाश राजभर ने प्रस्ताव दिए थे। बेटे की शादी हो गई, लेकिन सड़क नहीं बन पायी, जिसके बाद थक हारकर मंत्री ने खुद ही फावड़ा उठा लिया और बेटों के साथ सड़क बनाने में जुट गए।
बता दें कि राजभर आए दिन अपनी ही सरकार के कामकाज पर सवाल उठाते रहते हैं। वहीं सड़क न बनना उनके कामकाज न होने को लेकर उठाए गए सवाल को बल देता है। वहीं इस मामले में मंत्री राजभर के प्रतिनिधि शशि प्रताप सिंह का कहना है कि मंत्री जी ने अपने गांव में सड़क के निर्माण के लिए अधिकारियों को कई बार पत्र लिखा और कहा, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब समय नहीं है कि इंतजार किया जाए, इसलिए उन्होंने खुद ही गांव वालों के साथ सड़क बनानी शुरू कर दी।