जहरीली शराब ने बरपाया कहर, UP में 32 तो उत्तराखंड में 12 की मौत, कई की हालत गंभीर

जहरीली शराब
मौके पर जांच करते अधिकारी व पुलिस।

आरयू संवाददाता, 

कुशीनगर/सहारनपुर। यूपी और उत्तराखंड में जहरीली शराब ने जबरदस्त कहर बरपाया है। जहरीली शराब का सेवन करने से अब तक 44 लोगों की मौत हो गई है। जबकि कई लोगों की हालत गंभीर है। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यूपी के सहारनपुर जिले में कुल 22 तो कुशीनगर जिले में दो दिनों में अब तक कुल 10 लोगों की मौत हो चुकी है।

दूसरी ओर उत्तराखंड के रुड़की में झबरेड़ा क्षेत्र के बल्लूपुर गांव में जहरीली शराब पीने से अब तक 12 लोगों की मौत हो गई है। वहीं चार लोग गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं।

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प्राप्‍त जानकारी के अनुसार यूपी के कुशीनगर जिले के तरयासुजना क्षेत्र में जहरीली शराब पीने वाले पांच और लोगों की बृहस्पतिवार को मौतें हो गई हैं। इनमें दो सगे भाई हैं। दो दिनों में अब तक कुल 10 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि चार बीमार लोगों का अलग-अलग अस्पतालों में उपचार चल रहा है।

इस मामले में तरयासुजान के इंस्पेक्टर, दारोगा और दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है। जहरीली शराब बनाने और बेचने के आरोप में एक शख्स को गिरफ्तार भी किया गया है। जिले के डीएम और एसपी ने मृतकों के परिवार से बात की है और मदद का आश्‍वासन दिया है।

दूसरी ओर सहारनपुर में जहरीली शराब पीने से अलग-अलग थाना क्षेत्रों में कुल 22 लोगों की मौत हो गई है। वहीं तकरीबन दस से भी ज्यादा लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है। प्रशासन और पुलिस के लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन आबकारी विभाग का कोई अधिकारी गांव नहीं पहुंचा, जिससे ग्रामीणों में नाराजगी है।

साथ ही मीडिया रिपोर्ट के अनुसार उत्तराखंड के रुड़की में जहरीली शराब पीने से 12 लोगों की मौत हो गई है। उत्तराखंड की अपर आबकारी आयुक्‍त अर्चना गहरबार ने जो प्रेस विज्ञप्ति जारी की है उसमें बताया गया है कि इस मामले में आबकारी विभाग के 13 लोगों को निलंबित किया गया है।

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बताया जा रहा है कि सहारनपुर का एक हिस्सा जो उत्तराखंड से मिलता है। राज्य सीमा पर बड़ी मात्रा में कच्ची शराब बेची जाती है। वहां से ये लोग शराब खरीदकर लाए थे। शराब पीते ही इन लोगों की स्थिति गंभीर हो गई। एक-एक करके सभी लोगों ने दम तोड़ दिया।

पीड़ित परिवारों का आरोप है कि लंबे समय से आबकारी विभाग और पुलिस की मिलीभगत से कच्ची शराब का धंधा चल रहा है। अगर दोनों विभाग अपनी जिम्मेदारी ठीक से निभाते तो जानें बच सकती थीं। आरोप है कि कच्ची शराब के इस धंधे को कई सफेदपोशों का भी संरक्षण मिला हुआ है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में वो जांच कर रही है और जो लोग भी घटना के जिम्मेदार हैं उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।

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