राज्यसभा में सोनिया गांधी की मांग, 400 की जाए मनरेगा मजदूरों की मजदूरी, कार्य दिवस भी बढ़ाएं

सोनिया गांधी
राज्यसभा में बोलतीं सोनिया गांधी।

आरयू वेब टीम। राज्यसभा में शून्यकाल के दौरान कांग्रेस सांसद सोनिया गांधी ने मनरेगा के तहत रोजगार गारंटी का मुद्दा उठाया। साथ ही केंद्र सरकार पर इस योजना को सुनियोजित तरीके से दरकिनार किए जाने का आरोप लगाया। सोनिया गांधी ने कहा कि इस साल जो बजट आवंटित किया गया है, वह दस साल में सबसे कम है। साथ ही मांग की कि न्यूनतम मजदूरी 400 रुपये प्रतिदिन की जाए और कार्यदिवस की संख्या सौ से बढ़ाकर 253 की जाए।

राज्यसभा में बोलते हुए सोनिया गांधी ने कहा कि 2024-25 के लिए केंद्र सरकार ने जो मनरेगा के लिए बजट आवंटित किया है वह पिछले दस वर्षों में सबसे कम है, जो 86,000 करोड़ रुपये है, जो पिछले साल के खर्च से 19,297 करोड़ रुपये कम है। हर साल ग्रामीण रोजगार योजना को धन के कम आवंटन की समस्या का सामना करना पड़ता है।

आगे कहा कि केंद्र सरकार द्वारा बजट पेश किए जाने के बाद यह चिंता जताई गई कि मनरेगा के बजट में कटौती से ग्रामीण भारत में रोजगार और आजीविका सुरक्षा पर बुरा असर पड़ सकता है। अब सोनिया गांधी ने राज्यसभा में इस मुद्दे को उठाया और सरकार से इस पर कदम उठाने की मांग की है।

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वहीं वायनाड सांसद प्रियंका गांधी ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान केरल के किसानों का मुद्दा उठाया। उन्होंने वायनाड की प्राकृतिक आपदा की वजह से किसानों को हुए नुकसान का मुद्दा उठाया। इस दौरान कहा कि केंद्र सरकार केरल के किसानों के प्रति भी हमदर्दी दिखाए।

इसके जवाब में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसान, किसान है। साथ ही बताया कि एनडीआरएफ के तहत आपदा की स्थिति में सहायता उपलब्ध कराई जाती है। केरल को भी 121 करोड़ रुपये की सहायता राशि उपलब्ध कराई गई है। उन्होंने बताया कि जहां भी प्राकृतिक आपदा से किसानों पर संकट आएगा, उनके साथ सरकार खड़ी रहेगी। कोई भेदभाव नहीं होगा।

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